लखनऊ: राजधानी में बेपटरी कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नरी सिस्टम लागू किया है. जहां एक ओर लखनऊ की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कमिश्नरी सिस्टम प्रयासरत है वहीं दूसरी ओर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में लगने वाले 460 कैमरे शहर को स्मार्ट बनाने के साथ-साथ पुलिस को भी बेहतर बनाएंगे.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट मॉनिटरिंग सेल
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जहां शहर पर भारी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट मॉनिटरिंग सेल बनाया गया है. यह सेल जिले में कैमरों की मदद से नजर रखेंगे. ऐसे में इन क्षेत्र में अगर कोई घटना होती है तो इसकी सूचना तत्काल प्रभाव से पुलिस विभाग को भेजी जाएगी. अपराधिक घटनाओं के साथ-साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट, गंदगी, जलभराव सहित तमाम अव्यवस्थाओं के बारे में भी स्मार्ट सिटी मॉनिटरिंग सेल संबंधित विभाग को जानकारी उपलब्ध कराएगा.
सैकड़ों की संख्या में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
मॉनिटरिंग सेल से सूचना मिलने के बाद विभाग तत्काल इस पर प्रतिक्रिया देगा और समस्या से निजात पाई जा सकेगी. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में सैकड़ों की संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. ऐसे में शहर के किसी भी कोने में अगर आपराधिक घटना होती है तो यह कैमरे में कैद होगी. स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम इस सूचना को तत्काल पुलिस विभाग तक पहुंचाएगा, जिससे की घटना पर पुलिस तुरंत एक्शन ले सकेगी.
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सीसीटीवी कैमरों से होगी अपराधियों की पहचान
मुश्किल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर की प्रमुख सड़कों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा. ऐसे में अपराधियों द्वारा अपराध कार्य करते बच निकालना काफी मुश्किल होगा.