लखनऊः अपर पुलिस महानिदेशक महिला सम्मान प्रकोष्ठ (1090) नीरा रावत व मण्डलायुक्त रंजन कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को सेफ सिटी परियोजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक हुई. यह बैठक स्मार्ट सिटी के कार्यालय सभागार में आयोजित हुई. इस दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि सिटी ट्रांसपोर्ट की बसों में लगाये जाने वाले सुरक्षा उपकरण का रिमूवल भी समय-समय से होते रहना चाहिए.
मंडलायुक्त ने समीक्षा के दौरान लखनऊ सिटी ट्रान्सपोर्ट सर्विसेज के अंतर्गत संचालित नगर बसों में पैनिक बटन, जीपीएस व सीसीटीवी स्मार्ट सिटी से लगवाये जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सिटी ट्रांसपोर्ट की बसों में लगाये जाने वाले सुरक्षा उपकरण रिमूवल भी होने चाहिए, क्योंकि नगर बसें ज्यादातर काफी पुरानी हैं. मंडलायुक्त ने कहा कि यदि पुरानी बसों को कंडम किया जाता है और उनके स्थान पर नई बसों को संचालित किया जाता है, तो सुरक्षा उपकरण निकालकर नई बसों में लगाया जाय.
मंडलायुक्त ने बताया कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से 1600 ब्लैंक स्पाट चिह्नित किए गए हैं, जहां पर 2255 स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएंगी और 74 स्थानों पर महिलाओं के लिए पिंक टायलेट का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें से 49 नगर निगम की सीमा में तथा 25 नगर निगम की सीमा से लगे हुए स्थान चिह्नित किए गए हैं. साथ ही महिला पुलिस के लिए 100 पिंक बूथ का भी निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
मंडलायुक्त ने कहा कि सेफ सिटी की जो भी परियोजनाएं हैं, उनमें मेन्टीनेंस का उचित प्रावधान भी किया जाए, जिससे योजनाएं लंबे समय तक सुचारू रूप से चलती रहें. परियोजनाओं में यदि मेन्टीनेंस का उचित प्रावधान नहीं किया जाता है, तो वह कुछ समय बाद बंद हो जाएंगी और उनका उपयोग नहीं किया जा सकेगा.