लखनऊ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शुक्रवार को 12वीं के नतीजे जारी किया. खास बात यह है कि इस बार देशभर के करीब 75 हजार छात्र-छात्राओं के नतीजे जारी नहीं किए गए हैं. यह वह बच्चे हैं, जिन्होंने ऐसे स्कूलों से पंजीकरण कराया था, जिनका पहला बैच इस बार 12वीं कक्षा में पहुंचा था. बोर्ड की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक इन बच्चों के नतीजे अगले 1 सप्ताह में जारी किए जाएंगे.
सीबीएसई (CBSE) ने इस बार 12वीं कक्षा में छात्रों के प्रमोशन के लिए निर्धारित मानकों में विद्यालय के पिछले साल के नतीजों को भी आधार बनाया था. कई ऐसे स्कूल हैं, जिनका 12वीं कक्षा का यह पहला बैच था. ऐसे में छात्रों का नुकसान न हो, इसको देखते हुए सीबीएसई (CBSE) की तरफ से नतीजे रोक दिए गए हैं. यह पहली बार है, जब इस तरीके का कदम उठाया गया. इसके चलते छात्रों में काफी निराशा रही. छात्रों का कहना है कि उनके नतीजे भी दूसरे बच्चों के साथ अगर घोषित कर दिए जाते तो ज्यादा बेहतर होता.
सीबीएसई (CBSE) के को-आर्डिनेटर जावेद आलम खान ने बताया कि मूल्यांकन नीति में छात्रों के बीते वर्ष के प्रदर्शन के साथ ही स्कूलों के तीन वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर रिजल्ट निकालना था. इसलिए जो मूल्यांकन किया गया, उसे बोर्ड द्वारा दोबारा जांचा जा रहा है. यह छात्रों के हित में है. उम्मीद है कि एक सप्ताह में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा.
लखनऊ के जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल की हिना नायला ने कॉमर्स वर्ग के साथ स्कूल में टॉप किया. हिना ने साइकोलॉजी विषय में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए. विज्ञान वर्ग में आयुष्मान पाण्डेय नें 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया और गणित में पूरे 100 अंक अर्जित किए. लोविश पोरवाल 94.2 प्रतिशत अंकों के साथ कला वर्ग में सर्वोच्च स्थान पर रही. विज्ञान वर्ग में अद्विता श्रीवास्तव 97.4 प्रतिशत, साद अहमद तौसीफ 97.6 प्रतिशत और उज्जवल वैश्य 97.6 प्रतिशत का भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा.
इसे भी पढ़ें- CBSE 12वीं कक्षा : 65,000 छात्रों के परीक्षा परिणामों की घोषणा पांच अगस्त तक
CBSE ने पहली बार रोके 75 हजार छात्रों के नतीजे, यह है कारण
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शुक्रवार को 12वीं के नतीजे जारी किया. इस बार करीब 75 हजार छात्र-छात्राओं के नतीजे जारी नहीं किए गए हैं. बोर्ड के मुताबिक इन बच्चों के नतीजे अगले सप्ताह में जारी किए जाएंगे.
लखनऊ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शुक्रवार को 12वीं के नतीजे जारी किया. खास बात यह है कि इस बार देशभर के करीब 75 हजार छात्र-छात्राओं के नतीजे जारी नहीं किए गए हैं. यह वह बच्चे हैं, जिन्होंने ऐसे स्कूलों से पंजीकरण कराया था, जिनका पहला बैच इस बार 12वीं कक्षा में पहुंचा था. बोर्ड की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक इन बच्चों के नतीजे अगले 1 सप्ताह में जारी किए जाएंगे.
सीबीएसई (CBSE) ने इस बार 12वीं कक्षा में छात्रों के प्रमोशन के लिए निर्धारित मानकों में विद्यालय के पिछले साल के नतीजों को भी आधार बनाया था. कई ऐसे स्कूल हैं, जिनका 12वीं कक्षा का यह पहला बैच था. ऐसे में छात्रों का नुकसान न हो, इसको देखते हुए सीबीएसई (CBSE) की तरफ से नतीजे रोक दिए गए हैं. यह पहली बार है, जब इस तरीके का कदम उठाया गया. इसके चलते छात्रों में काफी निराशा रही. छात्रों का कहना है कि उनके नतीजे भी दूसरे बच्चों के साथ अगर घोषित कर दिए जाते तो ज्यादा बेहतर होता.
सीबीएसई (CBSE) के को-आर्डिनेटर जावेद आलम खान ने बताया कि मूल्यांकन नीति में छात्रों के बीते वर्ष के प्रदर्शन के साथ ही स्कूलों के तीन वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर रिजल्ट निकालना था. इसलिए जो मूल्यांकन किया गया, उसे बोर्ड द्वारा दोबारा जांचा जा रहा है. यह छात्रों के हित में है. उम्मीद है कि एक सप्ताह में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा.
लखनऊ के जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल की हिना नायला ने कॉमर्स वर्ग के साथ स्कूल में टॉप किया. हिना ने साइकोलॉजी विषय में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए. विज्ञान वर्ग में आयुष्मान पाण्डेय नें 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया और गणित में पूरे 100 अंक अर्जित किए. लोविश पोरवाल 94.2 प्रतिशत अंकों के साथ कला वर्ग में सर्वोच्च स्थान पर रही. विज्ञान वर्ग में अद्विता श्रीवास्तव 97.4 प्रतिशत, साद अहमद तौसीफ 97.6 प्रतिशत और उज्जवल वैश्य 97.6 प्रतिशत का भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा.
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