लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा कराई गई सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारी की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. सूत्रों की मानें तो भर्ती घोटाले में कई अभ्यर्थियों के अंकपत्र फर्जी मिले और OMR शीट में बदलाव कर नंबर बढ़ाए जाने के भी सबूत मिले हैं. CBI अब FIR दर्ज कराने की तैयारी कर रही है. FIR दर्ज होने के बाद सीबीआई तत्कालीन अधिकारियों से पूछताछ करेगी.
बता दें कि, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारी 2014 की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की बात सामने आई है. CBI को शुरुआती जांच में कई अभ्यर्थियों के कंप्यूटर सर्टिफिकेट फर्जी और कई के अंकपत्र भी फर्जी मिले हैं. इसके साथ ही OMR शीट में बदलाव कर कुछ अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ाए जाने के भी प्रमाण मिले हैं. यही नहीं, बताया जा रहा है कि कंप्यूटर टाइपिंग टेस्ट में कम स्पीड वालों का भी चयन किया गया है. 2014 में हुई इस परीक्षा का रिजल्ट 2016 में आया था. इस परीक्षा में 426 अभ्यार्थी पास हुए थे. इस मामले में करीब 18 अभ्यर्थियों ने सबूतों के साथ सीबीआई से गड़बड़ी की शिकायत की थी.
CBI उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 2012 से 2016 तक की भर्ती परीक्षाओं की भी जांच कर रही है. अपर निजी सचिव (APS) 2010 में गड़बड़ी मिलने पर तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आईएएस प्रभुनाथ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, साजिश के तहत ठगी और फर्जीवाड़ा की धाराओं में केस दर्ज किया जा चुका है. अब UPPSC की भर्ती की सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारी की भर्ती में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद CBI ने इसकी भी जांच शुरू की है.
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