लखनऊ : 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपी शाइन सिटी के निदेशक सीएमडी राशिद नसीम के खिलाफ सीबीआई ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. ईओडब्ल्यू ने राशिद के खिलाफ नोटिस जारी करवाने के लिए सीबीआई से गुजारिश की थी. सीबीआई देश में इंटरपोल की नोडल एजेंसी (nodal agency of interpol) है. राशिद नसीम कई साल से फरार है. बता दें, वर्ष 2019 में राशिद को नेपाल में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद वह दुबई भाग गया और तब से फरार है. वह दो पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा है.
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के मुताबिक राशिद और उसका भाई आसिफ नसीम शाइन सिटी समेत करीब 36 कंपनियों के निदेशक हैं. दोनों ने मिलकर प्लाट, मकान, हीरा, क्रिप्टो करेंसी, सोना और रुपये दोगुना करने का लालच देकर हजारों लोगों को ठगा है. दोनों भाई प्रयागराज के करैली जीटीबी काॅलोनी के रहने वाले हैं. इन्होंने लखनऊ समेत देश के कई शहरों में ऑफिस खोले थे. कंपनी के खिलाफ दर्ज मुकदमों के मामलों में आसिफ नसीम समेत 58 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में नेपाल से ही उसे जमानत मिल गई थी. इसके बाद वह दुबई चला गया. अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने की तैयारी में है. वहीं ईओडब्ल्यू ने राशिद के प्रत्यर्पण के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को जरूरी कागजात भेज दिए हैं.
केंद्रीय एजेंसी ईडी (central agency ED) भी शाइन सिटी के मालिकों के खिलाफ अपनी कार्रवाई कर रही है. अब तक शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड (शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड) और उसकी सहयोगी कंपनियों की लगभग 50 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को ईडी जब्त कर चुकी है. इसके अलावा उसे अब तक 150 करोड़ रुपये की संपत्तियों की जानकारी मिली है, जो यूपी के विभिन्न शहरों के अलावा बिहार व पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हैं. शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम का भाई व कंपनी में एमडी आसिफ नसीम को लखनऊ कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने नवंबर 2021 को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था. उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. उसके खिलाफ लखनऊ में 374 से अधिक मुकदमे दर्ज है. जिनमें से गोमतीनगर में दर्ज 82 मुकदमों में सीबीआई कोर्ट ने कुर्की का आदेश जारी कर चुकी है. वहीं सीएमडी राशिद नसीम को दुबई से लाने के लिए लखनऊ पुलिस प्रयासरत है.