लखनऊ: हाथरस मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. सीबीआई ने सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, हत्या का प्रयास सहित एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किए हैं. शनिवार को डीओपीटी ने इस मामले में नोटिफिकेशन जारी किया था. एफआईआर दर्ज करने के बाद अब सीबीआई हाथरस पुलिस और एसआईटी से घटना के संदर्भ में दस्तावेज जुटाएगी. सीबीआई की गाजियाबाद यूनिट को यह जांच सौंपी गई है. जल्द सीबीआई की एक टीम हाथरस में पड़ताल करने के लिए पहुंचेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 अक्टूबर को सीबीआई जांच की संस्तुति की थी, जिसके बाद अब सीबीआई ने हाथरस मामले में एफआईआर दर्ज की है.
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस में 19 वर्षीय युवती के साथ मारपीट की घटना प्रकाश में आई थी. इसके बाद चंदपा थाने में धारा 307 और एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. 19 सितंबर को पीड़िता के बयान के आधार पर एफआईआर में छेड़छाड़ की धारा बढ़ाई गई. 22 सितंबर को पीड़िता ने 161 का बयान दिया, जिसके बाद एफआईआर में सामूहिक दुष्कर्म की धारा 376D को बढ़ाया गया. 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. इसके बाद जिला प्रशासन ने पीड़िता के शिव का अंतिम संस्कार रात में 2 बजे परिवार की मर्जी के बगैर कर दिया.
इस घटना के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन शुरू हुए. घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 3 अक्टूबर को घटना की सीबीआई जांच कराने की संस्तुति की. अब सीबीआई ने इस मामले को टेकओवर कर लिया है. सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर गाजियाबाद यूनिट को इस पूरे मामले की जांच सौंपी है.
एसआईटी और लोकल पुलिस कर रही है मामले की जांच
हाथरस में 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के आरोपों की जांच हाथरस पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित 3 सदस्यीय एसआईटी टीम कर रही है. एसआईटी को अपनी जांच रिपोर्ट 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने पेश करना थी, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी को 10 दिन का अतिरिक्त समय दिया है. अब जब मामला सीबीआई ने टेकओवर कर लिया है तो सीबीआई, हाथरस पुलिस और एसआईटी से केस के संदर्भ में सबूत और दस्तावेज पुलिस और एसआईटी से प्राप्त करेगी.