लखनऊ: राजधानी के दो अलग-अलग थानों में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें विभूतिखंड पुलिस ने फर्जी त्याग पत्र देने के मामले में धोखाधड़ी सहित अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज किया है, तो वहीं ठाकुरगंज में सीआरपीएफ के रिटायर हेड कांस्टेबल से प्रॉपर्टी डीलर प्लाटिंग में निवेश के नाम पर मुनाफे का लालच देकर 17 लाख रुपये हड़प लिए हैं. दोनों ही मामलों में पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है.
फर्जी हस्ताक्षर बनाकर लिया त्यागपत्र
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के रायपुर सदर पुलिस लाइन निवासी प्रकाश सिंह के मुताबिक वह एनजेएसवी कम्पनी में निर्देशक के पद पर है. जहां इनके सहयोगी सौरव कुमार सिंह और सीए आर्य पाल ने फर्जी तरीके से हस्ताक्षर बनाकर तीनों कम्पनी एनजेएसवी ग्रुप, एनजेएसवी आईटी सॉल्यूशन और यूनिफील्ड स्पोर्टस एलायंस से प्रकाश सिंह का त्याग पत्र ले लिया. जबकि उनका कहना है कि इस मामले में उन्होंने कोई हस्ताक्षर नहीं किया है. प्रकाश सिंह ने इस मामले में थाने पर शिकायत दर्ज कराई है. इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्र शेखर मिश्रा का कहना है प्रकाश के शिकायती पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
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निवेश के नाम पर धोखाधड़ी
दूसरी ओर मुसाहिबगंज के रहने वाले मोहम्मद हुसैन ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद साल 2018 में उनकी मुलाकात फुरकान से हुई थी जो यसीनगंज के निवासी हैं. आरोप है कि फुरकान से बातचीत होने के दौरान उसने बताया था कि प्लाटिंग के काम में निवेश करने पर अच्छा मुनाफा होगा. इसी लालच में आकर उनके द्वारा मोहम्मद हुसैन के कहने पर करीब 17 लाख रुपये प्लाटिंग के काम में लगा दिए थे. लेकिन धीरे-धीरे तीन साल गुजर गए. उसके बाद भी न तो उनको उसका रुपया वापस मिला और न ही मुनाफे की रकम मिली है. जिसके बाद पीड़ित की ओर से थाने पर शिकायत दर्ज कराई गई है.
ठाकुरगंज इंस्पेक्टर सुनील दुबे ने बताया कि रिटायर्ड सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल की तहरीर के आधार पर मोहम्मद हुसैन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.