लखनऊः पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया. शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस के साथ मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में उनपर मुकदमा दर्ज किया गया है.
दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्महत्या मामले में शुक्रवार को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को जांच कमेटी की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी. हजरतगंज थाना में एफआईआर दर्ज होते ही पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार करने उनके आवास पहुंची थी. जहां पर अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी के दौरान दारोगा धनन्जय सिंह के साथ अभद्रता और पत्नी नूतन ठाकुर की ओर से सरकारी कार्य मे बाधा डालने का प्रयास किया गया है. इस मामले को लेकर शनिवार को दारोगा धनंजय सिंह की ओर से गोमतीनगर थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के बाहर रेप पीड़ित के आत्मदाह मामले में जांच कर रही एसआईटी ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और बसपा सांसद अतुल राय पर शुक्रवार की दोपहर केस दर्ज करवाया था. एफआईआर दर्ज होने के चंद घंटों में ही हजरतगंज पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया था. शुक्रवार की देर शाम को पुलिस ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर का मेडिकल कराकर कोर्ट में पेश किया था. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 9 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रखते हुए जेल भेज दिया था.
आपको बताते चलें कि, पुलिस ने 21 अगस्त को अमिताभ ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव का प्रचार-प्रसार करने के लिए गोरखपुर निकले थे. लेकिन उसी दौरान पुलिस ने उन्हें उनके घर में ही हाउस अरेस्ट कर लिया था. जिसके बाद से ही पुलिस उन पर लगातार निगाह बनाए हुए थे. इसके साथ ही उनके कहीं भी आने-जाने पर रोक लगाई गई थी.
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डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को दारोगा धनंजय सिंह के शिकायती पत्र के आधार पर अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर पर मुकदमा दर्ज हुआ है. मुकदमे में यह लिखा गया है की पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा उनकी गिरफ्तारी के दौरान दारोगा से धक्का-मुक्की और अभद्रता की गई है. इसके साथ ही उनके पत्नी नूतन ठाकुर पर आरोप लगा है कि उन्होंने सरकारी कार्य में बाधा डालने की कोशिश की है.