लखनऊ : उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी का नाम लोग अपना मतलब साधने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला लखनऊ में सामने आया है. 30 लाख रुपए लौटाने से बचने के लिए बिल्डर नटवर गोयल ने एक युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस को उन्होंने बताया कि युवक अतीक का नाम लेकर उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है. अब पुलिस की जांच में सामने आ रहा है कि आरोपी युवक ने नटवर गोयल के खिलाफ एक साल पहले ही फ्रॉड का केस दर्ज कराया था. इसी से बचने के लिए गोयल ने पुलिस पर दबाव बनाकर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी. पुलिस के मुताबिक, जांच में नटवर पर लगाए गए आरोप सही पाए गए थे और चार्जशीट भी लगाई जा चुकी है. पुलिस के मुताबिक, फिलहाल अब इस बात की जांच की जा रही है कि बिल्डर ने किस स्थिति में रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है.
दरअसल, राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मंगलवार को पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री व बिल्डर नटवर गोयल ने मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके मुताबिक, इम्तियाज नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी का नाम बताकर 60 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी और न देने पर उमेश पाल जैसा हाल करने की धमकी भी दी थी. अब इस मामले में एडीसीपी साउथ मनीषा सिंह ने बताया है कि 'जिस इम्तियाज पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है, उसने बीते साल जनवरी माह में नटवर गोयल समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए सुशांत गोल्फ सिटी थाने में ही एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसकी चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है.
एडीसीपी के मुताबिक, प्रतापगढ़ के रहने वाले इम्तियाज ने आरोप लगाया था कि 'वह वर्ष 2016 में सुलतानपुर रोड स्थित बीसीसी टावर में साथी मो. अकरम और सत्य प्रकाश मिश्रा के साथ फ्लैट देखने गए थे, वहां पर उनकी मुलाकात रितेश श्रीवास्तव, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष नटवर गोयल से मुलाकात हुई. उन्होंने अपनी बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के बारे में बताया. बातचीत शुरू हुई तो उन्होंने तमाम लुभावनी योजनाओं के बारे में बताया. उनके आफिस पहुंचे तो वहां मधु स्मृति कोहली, रवि सिंह, बबिता अग्रवाल और अनुपम प्रकाश पांडेय से मुलाकात हुई. उनके माध्यम से फ्लैट की बात तय हुई. फ्लैट के लिए उन्होंने लगभग 30 लाख रुपए बैंक खाते से ट्रांसफर किए थे. रुपयों का भुगतान होने के बाद भी नटवर गोयल और उनके साथियों ने फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की. दबाव बनाने पर टाल मटोल करते रहे. विरोध पर नटवर गोयल ने ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए धमकी देने लगा. यही नहीं जिस फ्लैट के लिए उन्होंने भुगतान किया था वो किसी और को बेच दिया.'
एडीसीपी साउथ मनीषा सिंह ने बताया कि 'इम्तियाज द्वारा सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में चार्जशीट लगाई जा चुकी है, इसमें इम्तियाज द्वारा नटवर गोयल समेत सात लोगों पर लगाए गए आरोप सही पाए गए थे.' एडीसीपी ने बताया कि 'अब नटवर गोयल ने रंगदारी का मुकदमा किस स्थिति में दर्ज कराया है उसकी जांच चल रही है, वहीं प्रतापगढ़ के रहने वाले इम्तियाज ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नटवर गोयल से पैसों के लिए सैकड़ों फोन कर चुके हैं. बावजूद इसके वो टाल मटोल करते आए हैं, हाल ही में भी उन्होंने नटवर गोयल को फोन कर अपने पैसे वापस मांगे थे, लेकिन उन्होंने फर्जी मुकदमा लिखाकर फंसाने की धमकी दी थी, वहीं जब इस बाबत नटवर गोयल से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया.'