लखनऊ: नगर निगम और नगर निकाय चुनाव (up municipal elections 2022) को लेकर कांग्रेस पार्टी अपनी तैयारियां तेज कर दी है. पार्टी की ओर से चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी करने वाले हर प्रत्याशी को एक स्क्रीनिंग टेस्ट (Candidates screening test for Congress) से गुजर ना होगा. इसके लिए पार्टी की ओर से जल्द ही जिलेवार एक स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया जाएगा. जो यह तय करेगी कि चुनाव में जिस प्रत्याशी को टिकट दिया जा रहा है, वह प्रत्याशी चुनाव लड़ने योग है या नहीं.
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पार्टी नाराज चल रहे कार्यकर्ताओं और नेताओं को साथ लाने की तैयारी कर रही है. सूत्रों का कहना है कि लखनऊ कैंट विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह के इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है. पार्टी की कोशिश है कि इन चुनाव के माध्यम से कम से कम अपने खोए हुए जनाधार को दोबारा से पा सके, जिससे 2024 की तैयारियों को मजबूती मिल सके.
कांग्रेस प्रवक्ता डीपी सिंह का कहना है कि प्रदेश के सभी नगर निगम के वार्डों के प्रत्याशी और मेयर का सेलेक्शन एक स्क्रीनिंग कमेटी के माध्यम से होगा. स्क्रीनिंग कमेटी में कौन शामिल होंगे, इसका फैसला पार्टी के आलाकमान द्वारा किया जाएगा. साथ ही हर प्रत्याशी के सेलेक्शन और चुनाव लड़ाने में लेकर चुनाव के आगे के बाद की सारी प्रक्रिया पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं के सहमति के बाद लिया जाएगा. कांग्रेस की कोशिश है कि यूपी में इन चुनावों के माध्यम से अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि नए प्रदेश अध्यक्ष इन चुनाव को लेकर सभी जिम्मेदार पदों पर बैठे पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र से फीडबैक देने और तैयारियों की समय-समय पर समीक्षा करने को कहा है.
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