लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी की प्रवेश परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर धांधली का आरोप लगाया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक 2 मेरिट लिस्ट जारी की है, जिसमें अभ्यर्थियों की अलग-अलग रैंक दिखाई जा रही है. अभ्यर्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ खास विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए गड़बड़ी की है.
दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसी किसी भी गड़बड़ी को इंकार कर दिया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि गलत उत्तर पुस्तिका जो अपलोड की गई थी उसमें कुछ प्रश्नों के जवाब गलत दर्ज किए गए थे, मगर बाद में सही किया गया है. जब सही हुआ तो नंबर कम होने की वजह से अभ्यर्थियों की रैंक बदल गई है. केवल विधि में ही नहीं गणित, जंतु विज्ञान और वनस्पति शास्त्र में भी कुछ गड़बड़ियां हुई थी.
दरअसल, लॉ में प्रवेश लेने के अनेक आवेदक अभ्यर्थियों ने रैंकिंग बदलने का आरोप लगाया है. जिसके बाद यह प्रकरण उजागर हुआ है. उन अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ खास आवेदकों को लाभ देने के लिए यह किया है. आवेदक महेंद्र प्रताप ने बताया कि उनकी स्वयं की कैटेगरी रैंक पहली मेरिट लिस्ट में 186 है और दूसरी में 224 है यह बहुत गड़बड़ी है. जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसी किसी भी गड़बड़ी से इंकार कर रहा है.
एलएलबी प्रवेश परीक्षा: मेरिट लिस्ट में अभ्यर्थियों ने लगाया धांधली का आरोप - lucknow university llb entrance exam
लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी की प्रवेश परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर धांधली का आरोप लगाया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो मेरिट लिस्ट जारी की है, जिसमें अभ्यर्थियों की अलग-अलग रैंक दिखाई जा रही है.
लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी की प्रवेश परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर धांधली का आरोप लगाया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक 2 मेरिट लिस्ट जारी की है, जिसमें अभ्यर्थियों की अलग-अलग रैंक दिखाई जा रही है. अभ्यर्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ खास विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए गड़बड़ी की है.
दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसी किसी भी गड़बड़ी को इंकार कर दिया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि गलत उत्तर पुस्तिका जो अपलोड की गई थी उसमें कुछ प्रश्नों के जवाब गलत दर्ज किए गए थे, मगर बाद में सही किया गया है. जब सही हुआ तो नंबर कम होने की वजह से अभ्यर्थियों की रैंक बदल गई है. केवल विधि में ही नहीं गणित, जंतु विज्ञान और वनस्पति शास्त्र में भी कुछ गड़बड़ियां हुई थी.
दरअसल, लॉ में प्रवेश लेने के अनेक आवेदक अभ्यर्थियों ने रैंकिंग बदलने का आरोप लगाया है. जिसके बाद यह प्रकरण उजागर हुआ है. उन अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ खास आवेदकों को लाभ देने के लिए यह किया है. आवेदक महेंद्र प्रताप ने बताया कि उनकी स्वयं की कैटेगरी रैंक पहली मेरिट लिस्ट में 186 है और दूसरी में 224 है यह बहुत गड़बड़ी है. जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसी किसी भी गड़बड़ी से इंकार कर रहा है.