लखनऊः छात्र संघ चुनाव को लेकर विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है. छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्र धरना प्रदर्शन व जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को श्री जय नारायण मिश्रा पीजी कॉलेज (केकेसी) में छात्रसंघ चुनाव तिथि घोषित करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को प्रॉक्टोरियल बोर्ड द्वारा धारा 144 लागू होने की बात कह कर रोका गया. इसको लेकर छात्रों व प्राॅक्टर के बीच में तीखी नोकझोंक भी हुई.
केकेसी महाविद्यालय (KKC College) में छात्र संघ चुनाव करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल में छात्रसंघ चुनाव के मुद्दे पर पूछे गए सवाल में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना (Parliamentary Affairs Minister Suresh Khanna) व उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय (Higher Education Minister Yogendra Upadhyay) ने बयान दिया कि छात्र संघ चुनाव पर कोई रोक नहीं है. विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन जब चाहे चुनाव करवा सकता है. लिंगदोह समिति के अनुसार और उन्होंने बताया कि उन्होंने दो-तीन बार इसके लिए पत्र भेजे हैं, चुनाव पर कोई रोक नहीं है. इसके बावजूद केकेसी महाविद्यालय लखनऊ में छात्रसंघ चुनाव की तिथि जारी नहीं की गई. जिस पर केकेसी के छात्र नेता अभय सिंह (student leader abhay singh) ने महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो मीता शाह (Principal Prof. Meeta Shah) को ज्ञापन सौंपा और 2 से 3 दिन का समय भी दिया था. इसके बाद भी चुनाव की तारीख जारी नहीं की जा रही है.
प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों से छात्र नेताओं की नोकझोंक : दूसरी और लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर 15 नवंबर से चलाया जा रहा जागरूकता अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा. इसी कड़ी में छात्र नेता परिसर में घूम-घूम कर छात्रों को चुनाव कराए जाने को लेकर जागरूक कर रहे थे. इसी बीच प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने छात्रों को किसी भी तरह के अभियान न चलाने का आदेश दिया, लेकिन जब छात्र नहीं माने तो उन्हें प्रॉक्टर ऑफिस बुला कर बैठा लिया गया. जहां पर छात्र नेता और चीफ प्रॉक्टर के बीच बहस शुरू हो गई. प्रॉक्टर ने परिसर में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर झुंड में चलने पर कार्रवाई करने की बात कही. जिस पर छात्र नेता भड़क गए. बाद में काफी लंबी बहस के बाद प्रॉक्टर ने छात्रों को हिदायत दी कि अगर दोबारा इस तरह से परिसर में झुंड बनाकर घूमे तो उनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. छात्र नेता विंध्यवासिनी शुक्ला का कहना है कि वह कैंपस में किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. वह केवल छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्रों के बीच जागरूकता अभियान चला रहे हैं और उनका यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.