लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की संगठनात्मक कामकाज में उनके नेतृत्व में होने वाले 12 विधानसभा सीटों के उपचुनाव पहली परीक्षा होनी है. स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया और वह अपना कामकाज शुरू कर चुके हैं. ऐसे में उनके नेतृत्व में होने वाले विधानसभा उप चुनाव न सिर्फ परीक्षा है, बल्कि चुनौती बनी हुई है.
- लोकसभा चुनाव में कई विधानसभा सीटों पर पार्टी के विधायक चुनाव जीत गए.
- ऐसे में अब उन सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
- प्रदेश में 12 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है.
- संगठन के पदाधिकारियों व योगी सरकार के मंत्रियों को प्रति विधानसभा सीट की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.
- नए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के लिए यह उप चुनाव पहली परीक्षा होगी.
- इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष के लिए यूपी में चल रहे बीजेपी के सदस्यता अभियान का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे पूरा करना भी बड़ी चुनौती है.
- भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती 6 जुलाई के अवसर पर अपना सदस्यता अभियान शुरू किया.
- इसके अंतर्गत बीजेपी ने बूथ चलो अभियान भी चलाया और पार्टी के तमाम बड़े नेता बूथों पर जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम भी कर रहे हैं.
- यूपी बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवार वाली पार्टी है. हम सब कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के लिए उप चुनाव जीतना जिम्मेदारी है. हम सब इस परीक्षा को पास करने के लिए जी जान से जुटेंगे. उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपना परचम लहराएंगी.
-शलभमणि त्रिपाठी, प्रदेश प्रवक्ता यूपी भाजपा