लखनऊ :चुनाव की तारीख बदलने की मांग अब जोर पकड़ती नजर आ रही है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद राशीद फरंगी महली ने अपना बयान जारी करते हुए चुनाव आयोग से यह मांग रखी है कि मई के महीने में मुसलमानों के रोजे होते हैं. ऐसे में चुनाव होंगे, जिससे मुसलमानों को दिक्कत आएगी. लिहाजा चुनाव की तारीख रमजान महीने से पहले या बाद में कर दी जाए. इसके बाद महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी यह मांग उठाई.
ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने मौलाना खालिद फिरंगी महली के बयान का समर्थन किया है. उनका कहना है कि निर्वाचन आयोग ने जो चुनाव की तारीख तय की है. वह यदि रमजान से पहले या बाद में होती तो अच्छा होता.
वहीं बीजेपी एमएलसी बुक्कल नवाब ने मौलाना के बयान को बिना सर पैर वाला बयान करार दिया है. बीजेपी के एमएलसी का कहना है कि जब बारिश में लोग अपने घरों से निकलकर वोट डालते हैं तो रमजान में वोट डालने में क्या परेशानी है. बुक्कल का कहना है कि जो भी तारीखें चुनाव आयोग ने रखी है, वह सही है.