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लखनऊ नगर निगम में आज 20 अरब का बजट होगा पास, इन मदों पर मेयर ने जताई थी नाराजगी - महापौर सुषमा खर्कवाल

लखनऊ नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित बजट में कई मदों में बजट घटाकर संशोधित बजट प्रस्तावित किया है. शुक्रवार को कार्यकारिणी बैठक के दौरान पुनरीक्षित बजट पर मुहर लगाई जाएगी. इसके पहले पेश गए बजट में कई खामियों के चलते मेयर ने कड़ी नाराजगी जताई थी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 19, 2023, 11:02 PM IST

लखनऊ : नगर निगम शहर की सड़कों, पार्कों, नाले-नालियों के निर्माण और मरम्मत पर करीब 240 करोड़ खर्च करेगा. वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित बजट में आय-व्यय के कई मदों में बजट घटाकर संशोधित बजट प्रस्तावित किया है. नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को है. इस दौरान 20.91 अरब के आय एवं व्यय का पुनरीक्षित बजट पेश किया जाएगा. इससे पहले नगर निगम के लेखा विभाग ने 21.51 अरब का बजट तैयार किया था. महापौर की नाराजगी के बाद बजट में संशोधित किया गया है. अब एक अरब घटा दिया गया है. वहीं आय पक्ष के मुकाबले व्यय कम दिखाया गया है. हालांकि पुनरीक्षित बजट में कोई नया कर लगाने का प्रस्ताव नहीं किया गया है. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी समिति की बैठक में नगर निगम के पुनरीक्षित बजट को पास किया जाएगा.


नगर निगम प्रशासन की ओर से प्रस्तावित संशोधित बजट के अनुसार आय पक्ष के राजस्व मद में सामान्य कर गृहकर में 13 अक्टूबर को 600 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया था. जिसे अब 536 करोड़ कर दिया गया है. अहाना इन्क्लेव की बिक्री से होने वाली आय पहले शून्य दिखाई गई थी, जिसे अब 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित की गई है. इसी तरह अन्य स्त्रोतों से ब्याज शून्य के स्थान पर 1145 लाख तथा पुनरीक्षित प्राविधान में 1000 लाख के स्थान पर 1350 लाख प्राविधानित किया गया है. पूंजी पक्ष में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना में वास्तविक आय शून्य के स्थान पर 749.37 लाख प्रस्तावित की गई है. मार्ग, सड़क निर्माण तथा मरम्मत के लिए पहले 300 करोड़ रुपये प्रस्तावित थे. जिसे घटाकर 240 करोड़ किया गया है.


शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए उद्देश्य से सफाई एवं अपशिष्ट प्रबंधन का व्यय बढ़ाया गया है. अधिष्ठान (सफाई) का व्यय 110 करोड़ से बढ़ाकर 120 करोड़ प्राविधानित किया गया है. इसके अलावा पुनरीक्षित बजट में नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर खर्च को 50 करोड़ से बढ़ाकर 55 करोड़ प्रस्तावित किया गया है. शहर की प्रत्येक गलियों को अंधेरे से मुक्ति के लिए निजी कंपनी ईईएसएल से काम वापस लेने के बाद नगर निगम खुद व्यवस्था संभाल रहा है. इसलिए इस मद में बजट बढ़ाए जाने का प्रस्ताव दिया गया है. अस्थायी प्रकाश व्यवस्था में 2 करोड़ ज्यादा का प्राविधान किया गया है.

लखनऊ : नगर निगम शहर की सड़कों, पार्कों, नाले-नालियों के निर्माण और मरम्मत पर करीब 240 करोड़ खर्च करेगा. वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित बजट में आय-व्यय के कई मदों में बजट घटाकर संशोधित बजट प्रस्तावित किया है. नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को है. इस दौरान 20.91 अरब के आय एवं व्यय का पुनरीक्षित बजट पेश किया जाएगा. इससे पहले नगर निगम के लेखा विभाग ने 21.51 अरब का बजट तैयार किया था. महापौर की नाराजगी के बाद बजट में संशोधित किया गया है. अब एक अरब घटा दिया गया है. वहीं आय पक्ष के मुकाबले व्यय कम दिखाया गया है. हालांकि पुनरीक्षित बजट में कोई नया कर लगाने का प्रस्ताव नहीं किया गया है. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी समिति की बैठक में नगर निगम के पुनरीक्षित बजट को पास किया जाएगा.


नगर निगम प्रशासन की ओर से प्रस्तावित संशोधित बजट के अनुसार आय पक्ष के राजस्व मद में सामान्य कर गृहकर में 13 अक्टूबर को 600 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया था. जिसे अब 536 करोड़ कर दिया गया है. अहाना इन्क्लेव की बिक्री से होने वाली आय पहले शून्य दिखाई गई थी, जिसे अब 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित की गई है. इसी तरह अन्य स्त्रोतों से ब्याज शून्य के स्थान पर 1145 लाख तथा पुनरीक्षित प्राविधान में 1000 लाख के स्थान पर 1350 लाख प्राविधानित किया गया है. पूंजी पक्ष में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना में वास्तविक आय शून्य के स्थान पर 749.37 लाख प्रस्तावित की गई है. मार्ग, सड़क निर्माण तथा मरम्मत के लिए पहले 300 करोड़ रुपये प्रस्तावित थे. जिसे घटाकर 240 करोड़ किया गया है.


शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए उद्देश्य से सफाई एवं अपशिष्ट प्रबंधन का व्यय बढ़ाया गया है. अधिष्ठान (सफाई) का व्यय 110 करोड़ से बढ़ाकर 120 करोड़ प्राविधानित किया गया है. इसके अलावा पुनरीक्षित बजट में नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर खर्च को 50 करोड़ से बढ़ाकर 55 करोड़ प्रस्तावित किया गया है. शहर की प्रत्येक गलियों को अंधेरे से मुक्ति के लिए निजी कंपनी ईईएसएल से काम वापस लेने के बाद नगर निगम खुद व्यवस्था संभाल रहा है. इसलिए इस मद में बजट बढ़ाए जाने का प्रस्ताव दिया गया है. अस्थायी प्रकाश व्यवस्था में 2 करोड़ ज्यादा का प्राविधान किया गया है.

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