लखनऊ: राजधानी लखनऊ की करीब ढाई सौ सड़क बजट के संकट के कारण ठीक नहीं हो पा रही है. मानसून से पहले सड़कों के ठीक न होने से राहगीरों को भी तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दरअसल, लखनऊ विकास प्राधिकरण व नगर निगम से राजधानी लखनऊ की कई कॉलोनियों की सड़कें लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर होती हैं. जिससे कि इन सड़कों का रखरखाव और मरम्मत पीडब्ल्यूडी के स्तर पर होता रहे.
एलडीए व नगर निगम से हैंडओवर सड़कों की नहीं हो पा रही है मरम्मत
लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम की तरफ से राजधानी लखनऊ की सड़कों को हैंडओवर किया गया है, लेकिन उन सड़कों की मरम्मत नहीं हो पा रही है. पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल बजट को लेकर संकट है. ऐसे में सड़क को सुधारने का काम ठीक से नहीं हो पा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में बजट की व्यवस्था करते हुए इन्हें ठीक कराया जाएगा.
लखनऊ की ढाई सौ सड़क बनने में समस्या
लखनऊ की ढाई सौ सड़क बनाने में लोक निर्माण विभाग ध्यान नहीं दे रहा और बजट न होने की दुहाई दे रहा है. जून 2019 को नगर निगम की 176 सड़क पीडब्ल्यूडी को देने की सहमति बनी थी. लेकिन संयुक्त सर्वे और कभी शासन स्तर पर अनुमोदन के नाम पर इस पूरे मामले को लंबित रखा गया है.
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दो साल से ठीक से नहीं बन पा रही हैं सड़क
2 साल बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इन सड़कों को अपनी सड़क मानने के लिए तैयार नहीं है और बजट का हवाला देकर सड़कों को ठीक नहीं करने की बात कह रहे हैं.
कुछ औपचारिकता पूरी करने के बाद बनेंगी सड़कें
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव राय का कहना है कि जो सड़कें नगर निगम या एलडीए से हमें हैंडवर्क होकर मिली हुई है. उनको लेकर कुछ औपचारिकता बाकी है. इसके बाद ही सड़क बनाने के लिए बजट जारी हो सकेगा. उम्मीद है कि आने वाले कुछ समय में यह औपचारिकता पूरी करते हुए सड़कों को बनाने का काम शुरू कराया जाएगा.