लखनऊ : विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी सक्रियता के साथ तैयारियों को आगे बढ़ा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के मंडल कोऑर्डिनेटर और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियों से जल्द से जल्द पार्टी के उम्मीदवारों को घोषित करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. बसपा सबसे पहले अपने उम्मीदवार घोषित कर करने की कोशिश कर रही है, जिससे इसका फायदा चुनाव में लिया जा सके.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती चुनावी तैयारियों को काफी पहले से ही पूरा करने को लेकर सक्रिय रहती रही हैं. राजनीतिक दलों की तरफ से जब चुनाव नजदीक आता है, तब उम्मीदवार घोषित करने का काम होता है. इससे उलट बहुजन समाज पार्टी हमेशा से विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों का एलान चुनाव से करीब 6 महीने पहले ही कर देती है. यही कारण है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की बात कही है.
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राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर रविकांत कहते हैं कि चुनावी रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण होता है प्रत्याशियों का चयन और बहुजन समाज पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जो प्रत्याशियों का चयन सबसे पहले करती है और दूसरे राजनीतिक दलों की रणनीति को फेल करने का काम करती है. यह पार्टी बहुजन की राजनीति करती है. दलितों की समस्याओं को लेकर भी लोगों की अपेक्षा रहती है कि वह सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे. वह प्रत्याशियों के चयन से अपनी रणनीति को आगे बढ़ाती हैं. देखना दिलचस्प होगा कि उनकी यह रणनीति कितना सफल होगी. यह जरूर है कि वह पहले प्रत्याशी उतारकर सपा व कांग्रेस के सामने चुनौती जरूर पेश करती हैं.