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सबसे पहले उम्मीदवार घोषित कर फ्रंट पर बैटिंग करने की कोशिश में जुटी बसपा - लखनऊ

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, समाज के प्रबुद्धजनों से फीडबैक लेते हुए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएं, जिससे विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी तैयारियां धरातल तक पहुंच सके. उम्मीदवार अपने स्तर से लोगों से संपर्क और संवाद करते हुए काम कर सके, जिससे चुनाव के दौरान इन सब चीजों का फायदा पार्टी को मिल सके.

विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बसपा
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बसपा
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Published : Sep 2, 2021, 5:00 PM IST

लखनऊ : विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी सक्रियता के साथ तैयारियों को आगे बढ़ा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के मंडल कोऑर्डिनेटर और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियों से जल्द से जल्द पार्टी के उम्मीदवारों को घोषित करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. बसपा सबसे पहले अपने उम्मीदवार घोषित कर करने की कोशिश कर रही है, जिससे इसका फायदा चुनाव में लिया जा सके.


बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती चुनावी तैयारियों को काफी पहले से ही पूरा करने को लेकर सक्रिय रहती रही हैं. राजनीतिक दलों की तरफ से जब चुनाव नजदीक आता है, तब उम्मीदवार घोषित करने का काम होता है. इससे उलट बहुजन समाज पार्टी हमेशा से विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों का एलान चुनाव से करीब 6 महीने पहले ही कर देती है. यही कारण है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की बात कही है.

राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर रविकांत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, समाज के प्रबुद्धजनों से फीडबैक लेते हुए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएं, जिससे विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी तैयारियां धरातल तक पहुंच सके और उम्मीदवार अपने स्तर से लोगों से संपर्क और संवाद करते हुए काम कर सके, जिससे चुनाव के दौरान इन सब चीजों का फायदा पार्टी को मिल सके.बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मणों को साथ लाने को लेकर बड़े स्तर पर जिलावार प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता व बसपा के ब्राह्मण चेहरे सतीश चंद्र मिश्र लगातार ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं और ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने का काम कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी सोशल इंजीनियरिंग के सहारे चुनाव मैदान में उतर कर सत्ता की सियासी कुर्सी पर काबिज होने का सपना देख रही है. यही कारण है कि हर स्तर पर बहुजन समाज पार्टी अपनी चुनावी तैयारी और विधानसभा क्षेत्रों की उम्मीदवारों के नाम को लेकर सक्रिय हो गई है.
बसपा सुप्रीमो मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती

पढ़ें- योगी कैबिनेट मीटिंग में 9 प्रस्ताव पास, जानें किस जिले को क्या मिला?

राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर रविकांत कहते हैं कि चुनावी रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण होता है प्रत्याशियों का चयन और बहुजन समाज पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जो प्रत्याशियों का चयन सबसे पहले करती है और दूसरे राजनीतिक दलों की रणनीति को फेल करने का काम करती है. यह पार्टी बहुजन की राजनीति करती है. दलितों की समस्याओं को लेकर भी लोगों की अपेक्षा रहती है कि वह सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे. वह प्रत्याशियों के चयन से अपनी रणनीति को आगे बढ़ाती हैं. देखना दिलचस्प होगा कि उनकी यह रणनीति कितना सफल होगी. यह जरूर है कि वह पहले प्रत्याशी उतारकर सपा व कांग्रेस के सामने चुनौती जरूर पेश करती हैं.

लखनऊ : विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी सक्रियता के साथ तैयारियों को आगे बढ़ा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के मंडल कोऑर्डिनेटर और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियों से जल्द से जल्द पार्टी के उम्मीदवारों को घोषित करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. बसपा सबसे पहले अपने उम्मीदवार घोषित कर करने की कोशिश कर रही है, जिससे इसका फायदा चुनाव में लिया जा सके.


बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती चुनावी तैयारियों को काफी पहले से ही पूरा करने को लेकर सक्रिय रहती रही हैं. राजनीतिक दलों की तरफ से जब चुनाव नजदीक आता है, तब उम्मीदवार घोषित करने का काम होता है. इससे उलट बहुजन समाज पार्टी हमेशा से विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों का एलान चुनाव से करीब 6 महीने पहले ही कर देती है. यही कारण है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की बात कही है.

राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर रविकांत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, समाज के प्रबुद्धजनों से फीडबैक लेते हुए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएं, जिससे विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी तैयारियां धरातल तक पहुंच सके और उम्मीदवार अपने स्तर से लोगों से संपर्क और संवाद करते हुए काम कर सके, जिससे चुनाव के दौरान इन सब चीजों का फायदा पार्टी को मिल सके.बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मणों को साथ लाने को लेकर बड़े स्तर पर जिलावार प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता व बसपा के ब्राह्मण चेहरे सतीश चंद्र मिश्र लगातार ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं और ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने का काम कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी सोशल इंजीनियरिंग के सहारे चुनाव मैदान में उतर कर सत्ता की सियासी कुर्सी पर काबिज होने का सपना देख रही है. यही कारण है कि हर स्तर पर बहुजन समाज पार्टी अपनी चुनावी तैयारी और विधानसभा क्षेत्रों की उम्मीदवारों के नाम को लेकर सक्रिय हो गई है.
बसपा सुप्रीमो मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती

पढ़ें- योगी कैबिनेट मीटिंग में 9 प्रस्ताव पास, जानें किस जिले को क्या मिला?

राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर रविकांत कहते हैं कि चुनावी रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण होता है प्रत्याशियों का चयन और बहुजन समाज पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जो प्रत्याशियों का चयन सबसे पहले करती है और दूसरे राजनीतिक दलों की रणनीति को फेल करने का काम करती है. यह पार्टी बहुजन की राजनीति करती है. दलितों की समस्याओं को लेकर भी लोगों की अपेक्षा रहती है कि वह सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे. वह प्रत्याशियों के चयन से अपनी रणनीति को आगे बढ़ाती हैं. देखना दिलचस्प होगा कि उनकी यह रणनीति कितना सफल होगी. यह जरूर है कि वह पहले प्रत्याशी उतारकर सपा व कांग्रेस के सामने चुनौती जरूर पेश करती हैं.

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