लखनऊः बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का जन्मदिन आज है. 15 जनवरी 1956 को पैदा हुईं मायावती 68 साल की हो गई हैं. चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हैं. देश की वे पहली दलित महिला मुख्यमंत्री बनी थीं. भाजपा के समर्थन के साथ मुख्यमंत्री रहने के बाद साल 2007 से लेकर 2012 तक अपने दम पर बहुजन समाज पार्टी को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाने वाली नेता रही हैं. वे उत्तर प्रदेश की पहली नेता हैं जिन्होंने साल 2007 में बहुजन समाज पार्टी को 212 सीटें जिताकर बहुमत दिलाया था. इस बार का जन्मदिन मायावती के लिए खासा महत्वपूर्ण है. इसी साल लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अपने जन्मदिन पर बड़ा ऐलान कर सकती हैं. वहीं बसपा सुप्रीमो के जन्मदिन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने फोन कर उन्हें बधाई दी. बसपा मुखिया के दीर्घायु होने की कामना की.
बसपा सुप्रीमो मायावती अभी तक लगातार यह कहती रही है कि अकेले दम लोकसभा चुनाव लड़ना है. किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं किया जाएगा. हालांकि मायावती की पार्टी से गठबंधन के लिए इंडिया गठबंधन की पार्टियां लालायित हैं. कांग्रेस चाहती है कि उत्तर प्रदेश में हरहाल में बसपा से गठबंधन हो. सपा भी इसी प्रयास में लगी है. हालांकि मायावती ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने जन्मदिन पर मायावती इंडिया गठबंधन के साथ जाने का एलान कर सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस, बसपा, सपा, राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल कमेरावादी, महान दल और आजाद समाज पार्टी एक साथ मिलकर चुनाव मैदान में होंगे.
सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने सीट शेयरिंग का फार्मूला तैयार कर लिया है. समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी को 25 से 30 सीटें दे सकती है. हालांकि मायावती अखिलेश से खुद को बड़ा नेता मानती हैं, इसलिए वे समाजवादी पार्टी के बराबर सीटें लेकर तो गठबंधन में शामिल होने को तैयार हो सकती हैं, लेकिन अखिलेश से कम सीटें मायावती को मंजूर नहीं होंगी. हालांकि अखिलेश भी यह दावा करते हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों में विपक्ष के रूप में समाजवादी पार्टी ही सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में सबसे ज्यादा सीटों पर उसका हक है. ऐसे में सपा और बसपा की ये खींचतान खत्म होगी और मायावती गठबंधन में शामिल होंगी, कहना मुश्किल है, लेकिन जन्मदिन पर कोई चौंकाने वाला फैसला भी बसपा सुप्रीमो की तरफ से आ सकता है, ऐसी भी संभावना जताई जा रही है.
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन पर कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता उनसे मुलाकात कर सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के नेता बहुजन समाज पार्टी को गठबंधन में शामिल होने के लिए मनाने की कोशिश कर सकते हैं. अगर जन्मदिन पर मायावती रिटर्न गिफ्ट के रूप में गठबंधन में शामिल होने पर राजी हो जाती हैं तो इंडिया गठबंधन की यह पहल सफल हो सकती है.
केक काटकर मायावती का जन्मदिन मनाएंगे कार्यकर्ता : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह अपने-अपने स्थान पर समाज के लोगों के बीच केक काटकर जन्मदिन मनाएं. लोगों को अपने साथ जोड़ें. लखनऊ में इकट्ठा होने की आवश्यकता नहीं है. आज से ही चुनाव प्रचार में पूरी ताकत से जुट जाएं. लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को बेहतर करना है ऐसे में आम जनता को अपने साथ जोड़ें. कैडर को मजबूत करें जिससे पार्टी को मजबूती मिले. सत्ता की चाबी एक बार फिर बसपा के हाथ में हो.
जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाएगा जन्मदिन : बीएसपी सुप्रीमो आज 68 साल की हो गईं. साल 1956 में मायावती का जन्म हुआ था. पढ़ाई लिखाई के दौरान ही मायावती ने सियासत की गलियों में कदम रख दिया था. तेज तर्रार मायावती बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के साथ कदमताल करते हुए तेजी से राजनीति की पिच पर दौड़ीं. उन्होंने जमकर मेहनत की और इसका फल भी उन्हें उत्तर प्रदेश की जनता ने दिया. बसपा सुप्रीमो देश की पहली दलित मुख्यमंत्री बनीं. अब तक चार बार यूपी के मुख्यमंत्री बनने का उन्हें गौरव प्राप्त है. बसपा सुप्रीमो के समर्थक अपनी नेता का जन्मदिन जगह-जगह केक काटकर और मिठाई बांटकर मनाएंगे.
बहुजन समाज पार्टी को साल 2007 में दिलाई थी प्रचंड जीत : बसपा सुप्रीमो का जन्मदिन हर साल 15 जनवरी को पार्टी कार्यकर्ता बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. इस बार भी अपनी नेता का जन्मदिन मनाने में समर्थक कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते. हालांकि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह अपने-अपने स्थान पर समाज के लोगों के बीच केक काटकर जन्मदिन मनाएं. लोगों को अपने साथ जोड़ें. लखनऊ में इकट्ठा होने की आवश्यकता नहीं है. जन्मदिन के अवसर पर चुनाव प्रचार में पूरी ताकत से जुट जाएं. लोकसभा चुनाव में बसपा को बेहतर परिणाम हासिल करना है, ऐसे में आम जनता को अपने साथ जोड़ें. कैडर को मजबूत करें, जिससे पार्टी को मजबूती मिले. सत्ता की चाबी एक बार फिर बसपा के हाथ में हो. लखनऊ में भी जिला कार्यालय पर बसपा सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन मनाया जाएगा. मुख्यालय पर भी कार्यकर्ता जन्मदिन मनाने के लिए जुटेंगे. मायावती को बधाई देने भी नेता पहुंच सकते हैं.
खास है इस बार का जन्मदिन : इस बार का जन्मदिन मायावती के लिए खास है, क्योंकि इसी साल लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अपने जन्मदिन पर वे कोई बड़ी घोषणा कर सकती हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती पिछले काफी समय से कहती रही हैं कि अकेले दम पर लोकसभा चुनाव लड़ना है. किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं किया जाएगा. हालांकि मायावती की बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन के लिए इंडिया गठबंधन की पार्टियां लालायित हैं. कांग्रेस चाहती है कि उत्तर प्रदेश में हर हाल में बसपा से गठबंधन हो. सपा भी इसी प्रयास में लगी है. हालांकि मायावती ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने जन्मदिन पर मायावती इंडिया गठबंधन से कदमताल करने का ऐलान कर सकती हैं.