ETV Bharat / state

बसपा अध्यक्ष मायावती का जन्मदिन आज, प्रदेश कार्यालय पर काटेंगी केक - बहुजन समाज पार्टी

बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन मनाया जाएगा. इसके लिए देश भर से कार्यकर्ता लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्रित हो रहे हैं.

etv bharat
मायावती
author img

By

Published : Jan 14, 2020, 11:01 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 11:52 PM IST

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन मनाया जाएगा. हर साल की तरह इस बार भी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया जाएगा. पार्टी के प्रदेशभर के कार्यकर्ता यहां पहुंचेंगे. सुबह 9 बजे पार्टी की तरफ से कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. बसपा अध्यक्ष मायावती इस अवसर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी.

बसपा अध्यक्ष मायावती इस समय राजनीतिक रूप से बहुत सोच समझकर चल रही हैं. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर वह केंद्र सरकार के साथ खड़ी दिखीं. वहीं नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने सरकार का विरोध किया. इन सब के साथ ही जब यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई, तो उस बैठक से भी बसपा अध्यक्ष मायावती ने किनारा कर लिया. उन्होंने लोकसभा में संसदीय दल का नेता बदल कर रितेश पांडे को इसकी जिम्मेदारी सौंपी. इस निर्णय को उन्होंने सामाजिक संतुलन बनाये जाने के रूप में पेश किया.

इसे भी पढ़ें- ईटीवी भारत से खास बातचीत में जेएनयू कुलपति का इस्तीफा देने से इनकार

मायावती सोशल इंजीनियरिंग के बहाने एक बार फिर अपनी राजनीति चमकाना चाह रही हैं. ऐसे ही तमाम मुद्दों पर वह कार्यकर्ताओं के बीच बात रख सकती हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि जन्मदिन पर पार्टी के नेता अपने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूती प्रदान करने की अपील करेंगे. साथ ही वह दलित मूवमेंट को बढ़ाने की अपील भी कर सकती हैं.

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन मनाया जाएगा. हर साल की तरह इस बार भी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया जाएगा. पार्टी के प्रदेशभर के कार्यकर्ता यहां पहुंचेंगे. सुबह 9 बजे पार्टी की तरफ से कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. बसपा अध्यक्ष मायावती इस अवसर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी.

बसपा अध्यक्ष मायावती इस समय राजनीतिक रूप से बहुत सोच समझकर चल रही हैं. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर वह केंद्र सरकार के साथ खड़ी दिखीं. वहीं नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने सरकार का विरोध किया. इन सब के साथ ही जब यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई, तो उस बैठक से भी बसपा अध्यक्ष मायावती ने किनारा कर लिया. उन्होंने लोकसभा में संसदीय दल का नेता बदल कर रितेश पांडे को इसकी जिम्मेदारी सौंपी. इस निर्णय को उन्होंने सामाजिक संतुलन बनाये जाने के रूप में पेश किया.

इसे भी पढ़ें- ईटीवी भारत से खास बातचीत में जेएनयू कुलपति का इस्तीफा देने से इनकार

मायावती सोशल इंजीनियरिंग के बहाने एक बार फिर अपनी राजनीति चमकाना चाह रही हैं. ऐसे ही तमाम मुद्दों पर वह कार्यकर्ताओं के बीच बात रख सकती हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि जन्मदिन पर पार्टी के नेता अपने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूती प्रदान करने की अपील करेंगे. साथ ही वह दलित मूवमेंट को बढ़ाने की अपील भी कर सकती हैं.

Intro:लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती का जन्मदिन आज, प्रदेश कार्यालय पर काटेंगी केक

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का जन्मदिन 15 जनवरी को मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर मायावती के जन्मदिन पर केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया जाएगा। पार्टी के प्रदेशभर के कार्यकर्ता यहां पहुंचेंगे। सुबह 9:00 बजे पार्टी की तरफ से कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। बसपा अध्यक्ष मायावती इस अवसर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी। उनकी शुभकामनाएं लेंगी और इसके उपरांत वह मीडिया से भी मुखातिब होंगी।


Body:बसपा अध्यक्ष मायावती का जन्मदिन मुख्यमंत्री रहते हुए भव्य तरीके से मनाया जाता रहा है। उस दौरान लखनऊ समेत पूरे प्रदेश को नीले रंग से सराबोर कर दिया जाता रहा है। पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता के जन्मदिवस पर इस बार भी उत्साह पूर्वक उनके जन्मदिन को मनाएंगे। यह बात अलग है कि वह पुरानी छटा देखने को नहीं मिलेगी।

बसपा अध्यक्ष मायावती इस समय राजनीतिक रूप से बहुत सोच समझकर चाल चल रही हैं। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के शिथिल किए जाने पर वह केंद्र सरकार के साथ खड़ी दिखीं। वहीं नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने सरकार का विरोध किया। लेकिन जब यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागरिकता कानून के मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों की दिल्ली में एक बैठक बुलाई तो उस बैठक से बसपा अध्यक्ष मायावती ने धीरे से किनारा कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा में संसदीय दल का नेता बदल कर रितेश पांडे को जिम्मेदारी सौंपी। इस निर्णय को उन्होंने सामाजिक संतुलन बनाये जाने के रूप में पेश किया।

सोशल इंजीनियरिंग के बहाने एक बार फिर अपनी राजनीति चमकाना चाह रही हैं। ऐसे ही तमाम मुद्दों पर वह कार्यकर्ताओं के बीच बात रख सकती हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि जन्मदिन पर पार्टी नेता अपने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूती प्रदान करने की अपील करेंगे दलित मूवमेंट को बढ़ाने की अपील करेंगी।

दिलीप शुक्ला, 945066323


Conclusion:
Last Updated : Jan 14, 2020, 11:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.