लखनऊ: ब्राह्मणों को अपनी तरफ लुभाने के लिए बहुजन समाज पार्टी प्रदेश भर में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित कर रही है. अब आगामी 7 सितंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बसपा का प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित होगा. इसे लेकर अभी से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जुट गए हैं. पार्टी का यह सम्मेलन माल एवेन्यू स्थित बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय में ही आयोजित किया जाएगा. खास बात यह है कि प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती संबोधित करेंगी.
बसपा सुप्रीमो संभालेंगी सम्मेलन की कमान
साल 2007 में बहुजन समाज पार्टी ने सोशल इंजीनियरिंग का ऐसा फार्मूला अपनाया कि प्रचंड बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी सत्ता पर काबिज हो गई. 2012 तक उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार रही, लेकिन इसके बाद 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा की सोशल इंजीनियरिंग फेल हो गई. 2017 में समाजवादी पार्टी ने ऐसा दांव खेला कि बहुजन समाज पार्टी की एक न चली. बसपा से ज्यादा सीटें लेकर समाजवादी पार्टी सत्ता पर काबिज हो गई. इसके बाद साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने इन दोनों ही पार्टियों की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए प्रचंड बहुमत हासिल कर 312 सीटें जीत लीं. अब एक बार फिर ब्राह्मणों को साथ लेकर बहुजन समाज पार्टी सत्ता के शिखर पर पहुंचना चाहती है. इसीलिए प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं. जिसकी कमान राजधानी लखनऊ में मायावती खुद संभालेंगी.
ब्राह्मणों को लुभा रहे हैं सतीश चंद्र मिश्रा
बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लगातार पार्टी की तरफ से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. पार्टी के इस सम्मेलन में ब्राह्मणों के साथ बीजेपी सरकार की तरफ से किए जा रहे अन्याय के मुद्दे को उठाया जा रहा है. जिससे ब्राह्मण बहुजन समाज पार्टी के साथ जुड़ सकें. यहां तक कहा जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार आएगी तो ब्राह्मण परिवारों के साथ जो अत्याचार हुए हैं. उन परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा. ब्राह्मणों को बहुजन समाज पार्टी में पूरा सम्मान मिलेगा. इतना ही नहीं सतीश चंद्र मिश्रा ने तो बिकरू कांड की भी जांच कराए जाने की भी बात कह डाली है.
इसे भी पढ़ें- दलित वर्ग से ही होगा बसपा का उत्तराधिकारी: मायावती