लखनऊ: एमएलसी चुनाव का नामांकन शुरू हो गया. उधर बसपा प्रमुख विधानसभा चुनाव को धार देने में जुटी हैं. वह हर रोज रैलियां कर रही हैं. वहीं पार्टी के दूसरे नेता खामोश हैं. लिहाजा गत वर्ष की तरह पार्टी के एमएलसी चुनाव लड़ने को लेकर संशय बरकरार है. विधान परिषद के 35 स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों से 36 सदस्यों का निर्वाचन होना है. यह दो चरणों मे किया जाएगा.
पहले चरण में 30 सीटों पर चुनाव होना है. इसकी अधिसूचना जारी हो गई. वहीं भाजपा, सपा चुनाव के लिए पूरी ताकत से जुट गई है. उधर, बसपा की खामोशी राजनीतिक दलों में भी बेचैनी बढ़ा रही है। बसपा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया के मुताबिक एमएलसी चुनाव के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह पार्टी प्रमुख ही फैसला लेंगी.
दरअसल, जनवरी 2021 में विधान परिषद की 12 सीटें रिक्त होने पर चुनाव का एलान किया गया था. सभी 12 सीटों के लिए अधिसूचना जारी हो गई. बसपा ने पहले ही दिन दो नामांकन पत्र खरीद लिए तो वहीं, भाजपा, सपा पहले से ही मजबूत दावेदारी पेश कर रही थीं.
बसपा के नामांकन पत्र खरीदते ही वोटिंग की रणनीति बनने लगी. मगर, शाम तक बसपा के उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र नहीं जमा किया. ऐसे में भाजपा-सपा के तय कंडीडेट निर्विरोध हो गए. इसमें भाजपा के 10 कंडीडेट की जीत पहले से तय थी. वहीं सपा ने दो उम्मीदवार उतारे थे. बसपा के लड़ने से सपा की एक की सीट फंस रही थी. सपा को वॉक ओवर मिल गया. उसके दोनों कंडीडेट जीत गए.
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