लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी मुख्यालय पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को याद किया. उन्होंने 66वें परिनिर्वाण दिवस पर परिसर स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही पत्रकारवार्ता में सपा-भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश का संविधान संकट में है. सरकार दलितों को वाजिब हकों से वंचित कर रही है. ऐसे में सिर्फ सड़क पर उतरने से काम नहीं चलेगा, समाज को सत्ता की चाबी खुद लेनी होगी.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हैं. ऐसे में बसपा भी सक्रिय हो गई है. उसने 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में बड़ी रैली कर चुनावी रणभेरी बजा दी थी. लखनऊ में जुटी भारी भीड़ ने विपक्षी पार्टियों को चिंतन में डाल दिया था. आज यानी सोमवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर का 66वां परिनिर्वाण दिवस मनाया है, यह आयोजन पहले मंडलवार मनाने की योजना थी, लखनऊ में सड़कें बाबा साहब की याद में होर्डिंग-बैनर से पाट दी गईं. वहीं, रविवार को जिलेवार कार्यक्रम करने का फैसला किया गया, ताकि स्थानीय स्तर से समाज के बीच प्रभावी संदेश दिया जा सके.
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कांशीराम की पुण्यतिथि पर विपक्षियों पर बरसी थीं मायावती
नौ अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर जुटी भीड़ बसपा की चुनावी रैली में तब्दील हो गई थी. इस दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा, सपा, कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था, साथ ही बसपा सरकार के कार्यों और कानून व्यवस्था की उपलब्धियां गिनायीं थी.
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