लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में ब्लैक फंगस के मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज होल्डिंग एरिया में तीन-चार दिन से पड़े हुए हैं. उन्हें अस्पताल में न तो भर्ती किया जा रहा है और न ही डॉक्टर होल्डिंग एरिया में देखने आ रहे हैं. यहां तक कि परिजन जब डॉक्टर से मरीज को देखने के लिए कहते हैं तो डॉक्टर और बाकी स्टाफ का कहना होता है कि नहीं देखेंगे तो क्या कर लोगो. जबकि अस्पताल प्रशासन मीडिया में बयान दे रहा है कि ब्लैक फंगस के मरीज को तत्काल प्रभाव से ट्रामा में भर्ती किया जा रहा है.
मरीज को नहीं देखते डॉक्टर
विकासनगर निवासी शिवम बाजपेई ने बताया कि उनके जीजा शरद पाण्डेय का एक्सीडेंट मंगलवार को हो गया था, जिसके बाद इमरजेंसी में होने के कारण उनको हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें केजीएमयू ट्रामा सेंटर के लिए भेज दिया. केजीएमयू ट्रामा सेंटर में मरीज का पर्चा तो बना दिया गया, लेकिन डॉक्टर देखने नहीं आ रहे हैं. बार-बार स्टाफ कर्मचारियों से कहने पर डॉक्टर कहते हैं कि नहीं देखेंगे मरीज को क्या कर लोगे. ऐसी स्थिति में मरीज और तीमारदार की हालत खराब हो रही है.
4 दिन से होल्डिंग एरिया में ब्लैक फंगस के मरीज
हजरतगंज निवासी वसीम समसी बताते हैं कि उन्होंने केजीएमयू ट्रामा सेंटर में 3 दिन पहले ब्लैक फंगस इंफेक्शन से पीडित अपने मरीज को भर्ती कराया. 4 दिन से ब्लैक फंगस वार्ड में मरीज का पर्चा वेटिंग पर है और अभी तक मरीज होल्डिंग एरिया में है. न कोई डॉक्टर सुनने वाला है न कोई कर्मचारी. यहां तक कि मरीज को एक बार भी डॉक्टर देखने तक नहीं आ रहे हैं. बता दें कि यहां पर ऐसा कोई एक मरीज नहीं है बल्कि 4 से 5 मरीज हैं.
बेड खाली नहीं
इस संबंध में केजीएमयू प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह का कहना है कि ट्रामा सेंटर में ब्लैक फंगस के जो भी मरीज आ रहे हैं उन्हें भर्ती किया जा रहा है. वार्ड में बेड खाली नहीं होने के कारण मरीज को इंतजार करना पड़ रहा है. लेकिन 3 से 4 दिन वाले मरीज नहीं है. ब्लैक फंगस के मरीज को तुरंत ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. लोहिया प्रवक्ता श्रीकेश सिंह का कहना है कि ब्लैक फंगस के मरीज का तुरंत इलाज किया जा रहा है.