लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा अयोध्या मामले पर रिव्यू पिटिशन दाखिल किए जाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी ने कहा है कि ये लोग तो पक्षकार तक नहीं है और पहले तो ये सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने की बात करते रहे थे.
बीजेपी ने AIMPLB पर साधा निशाना
बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि 70 साल चले मुकदमे के बाद 2 नवंबर को सर्वोच्च न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन रामलला विराजमान को देने का फैसला किया. इसका स्वागत देश के सभी नागरिकों ने किया है. सभी वर्ग और सभी धर्म के लोगों ने इस फैसले को सराहनीय बताया है.
आज कुछ ऐसे लोग हैं, जो इसको लेकर इस तरह की बात कर रहे हैं. ये वही लोग हैं, जो पहले लगातार टीवी चैनलों में या समाचार पत्रों में कहते रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह सबको मान्य होगा. अब यह लोग रिव्यू पिटिशन दाखिल करने की बात कर रहे हैं, लेकिन सवाल तो यह है कि ये लोग तो पक्षकार भी नहीं है, इनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है.
-मनीष शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
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उल्लेखनीय है कि 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद देश भर के लोगों ने इसका स्वागत किया. बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी मीडिया के सामने आकर कहा था कि वही मुख्य पक्षकार हैं और उन्हें यह फैसला मान्य है. रिव्यू पिटिशन दाखिल करने जैसी कोई बात नहीं है.