लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू विरोधी बयान को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज की है. भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि 'यह सब कुछ अखिलेश यादव के इशारे पर हो रहा है. कल तक जो राम मंदिर का विरोध करते थे वह ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं और हिंदू समर्थक होने का दावा कर रहे हैं, जबकि उन्हीं के नेता दिल्ली के जंतर मंतर पर हिंदू विरोधी बयान दे रहे हैं. समाजवादी पार्टी का असली चेहरा वही है जो 1990 और 1992 के राम मंदिर आंदोलन के दौरान था, उसमें कुछ भी नया नहीं है.'
विभागों और प्रकोष्ठों की बैठक का आयोजन : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में विभागों और प्रकोष्ठों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसको संबोधित करने के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने स्पष्ट कहा कि 'जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्य दिल्ली के जंतर मंतर पर हिंदू धर्म के विरोध में बयान दे रहे हैं, वह लगातार हिंदू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करते हैं और पूरी संस्कृति के खिलाफ बोलते हैं उससे यह स्पष्ट है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इशारे पर यह सब कुछ कर रहे हैं. अगर ऐसा नहीं है तो अखिलेश यादव इस विषय पर कुछ बोलते क्यों नहीं और उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते. समाजवादी पार्टी दोहरा खेल खेल रही है. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव को राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण दिए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह निमंत्रण उनको राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र की ओर से दिया गया है. इसमें भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है.'
सपा को भुगतना पड़ेगा खामियाजा : भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि 'स्वामी प्रसाद मौर्य जिस तरह से बोल रहे हैं उसे स्पष्ट है कि वह मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं. उनको अब पर्याप्त इलाज की जरूरत है और समाजवादी पार्टी को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. लोकसभा चुनाव 2024 में जनता इसका चुन चुनकर बदला लेगी.'