लखनऊ : बीते 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी किए गए घोषणा पत्र में लैपटॉप और फ्री डाटा देने का वादा सरकार के साढ़े चार साल बीतने पर भी पूरा नहीं हुआ है. सरकार ने हाल ही में कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को टैबलेट देने की घोषणा की है लेकिन विपक्ष सवाल उठा रहा है कि पिछले साढ़े चार साल में यह वादा पूरा क्यों नहीं किया गया.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिये घोषणा पत्र के इस वादे पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि घोषणा पत्र का यह वादा कहां गया? अब तक लैपटॉप क्यों नहीं मिले हैं? फ्री डाटा कहां गया? इस पर भाजपा का जवाब है कि हमारे सारे वादे पांच साल पूरे होते-होते पूरे होंगे. सपा को अपना वह वादा याद करना होगा, जिसमें उन्होंने कहा था कि हाईस्कूल के बच्चों को टैबलेट दिया जाएगा, लेकिन एक भी बच्चे को टैबलेट नहीं दिया गया, जबकि लैपटॉप भी दो साल के बाद नहीं दिया गया.
इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जब अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र घोषित किया तो उसमें भी विद्यार्थियों को लैपटॉप और फ्री डाटा देने की घोषणा की थी, लेकिन साढ़े चार साल बीतने के बाद यह योजना अमल में नहीं लाई गई. इसी पर अखिलेश यादव ने तंज किया है कि घोषणापत्र का यह वादा कहां गया? उन्होंने घोषणा पत्र जारी होने वाले दिन के अखबारों की कटिंग को पोस्ट किया, जिसमें यह खबर प्रकाशित है. सरकार बनने पर भाजपा विद्यार्थियों को लैपटॉप व फ्री डाटा देगी.
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से इंटर पास करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को टैबलेट देने की घोषणा पिछले माह की गई. सरकार ने इसके लिए बजट भी स्वीकृत किया है और कहा है कि बहुत जल्द ही विद्यार्थियों के हाथ में टैबलेट होंगे, जिससे डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा.
इस बारे में भाजपा के प्रवक्ता हीरो बाजपेई का कहना है कि हमारी सरकार ने दो साल तक कोविड-19 काबू करने में भारी वित्तीय संसाधनों का उपयोग किया, लेकिन यह विश्वास जरूर दिलाता हूं कि सरकार के अभी कुछ महीने बाकी हैं और कोई भी ऐसा वादा नहीं रह जाएगा जो पूरा न हो. अखिलेश यादव को भी यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने हाईस्कूल के विद्यार्थियों को टैबलेट देने का अपना वादा पूरा नहीं किया था. उन्होंने दावा किया कि सरकार ने 75 जिलो में कोविड-19 नियंत्रण किया है, जिसमें भारी वित्तीय बोझ पड़ा है. फिर भी हम सारी योजनाओं को पूरा करेंगे.