लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से शाहनवाज आलम को अल्पसंख्यक विभाग का चेयरमैन बनाए जाने के बाद राजनीति शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी इस पद पर शाहनवाज की नियुक्ति को लेकर सीधे प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला बोला है. बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस ने ऐसे लोगों को पदाधिकारी बनाकर यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी सोच रखने वाले और ऐसे लोगों का समर्थन करने वालों के लिए कांग्रेस का दरवाजा खुला है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि आतंकवादियों की पैरोकारी करने के लिए बने संगठन रिहाई मंच के प्रवक्ता रहे शाहनवाज आलम को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग का प्रांतीय चेयरमैन बनाने से प्रियंका गांधी वाड्रा की सोच स्पष्ट हो गई है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा हर उस शख्स के साथ हैं, जो देश में आतंक का माहौल पैदा करने वालों के समर्थक हैं. शाहनवाज के अलावा मंच से जुड़े कई संदिग्ध लोगों को यूपी कांग्रेस की कार्यकारिणी में जगह देकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस के दफ्तर के दरवाजे ऐसे लोगों के लिए खोल दिए हैं. उन्होंने कहा कि रिहाई मंच वही संगठन है, जो यूपी में पकड़े गए आतंकवादियों की रिहाई के लिए पैरवी करता रहा है.
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डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रिहाई मंच के नेताओं ने भी यूपी में हिंसा फैलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. इसके कारण इनके कई पदाधिकारी जेल भी गए हैं. मुस्लिम तुष्टिकरण की वजह से प्रियंका गांधी वाड्रा ऐसे लोगों के साथ गईं हैं. प्रियंका एक ओर कांग्रेस को अपने खून पसीने से सींचने वाले वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से बाहर कर देती हैं, वहीं दूसरी ओर जिनकी भूमिका संदिग्ध है उन्हें कांग्रेस का पदाधिकारी बना रही हैं.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इससे साबित होता है कि प्रियंका के मार्गदर्शन में कांग्रेस ने देश में आतंक फैलाने वालों का समर्थन करने वाले लोगों के साथ कदमताल करना शुरू कर दिया है. खुद कांग्रेस के कई बड़े नेता इस तरह के कृत्य से प्रियंका गांधी से असंतुष्ट हैं, लेकिन खुलकर कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे. उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है.