लखनऊ: थाईलैंड की युवती की रहस्यमय मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने सपा प्रवक्ता आईपी सिंह द्वारा ट्वीट कर उनका नाम जोड़ने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी आरोपों को निराधार बताया है. सांसद ने सपा प्रवक्ता समेत उन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कराने की बात कही है, जिन लोगों ने सपा प्रवक्ता आई पी सिंह के ट्वीट को री-ट्वीट और फॉरवर्ड किया है. उन्होंने कमिश्नर से मांग की है कि पासपोर्ट नंबर, मोबाइल नंबर और युवती के कॉल डिटेल के आधार पर जो लोग उनसे मिले हैं, उन पर कार्रवाई की जाए. मेडिकल इमरजेंसी में थाई युवती का हॉस्पिटल में एडमिशन कैसे हुआ? और उसका इलाज कौन करा रहा था ? इस पर भी भाजपा सांसद ने सवालिया निशान खड़े किए हैं और जांच कराने की मांग की है.
लखनऊ के नामचीन उद्योगपति, बिल्डर और भाजपा के राज्य सभा सांसद संजय सेठ का कहना है कि उनके और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक खबरें लोग जानबूझकर सोशल मीडिया पर चलवा रहे हैं. इस सबसे उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है. संजय सेठ ने बताया कि इस बारे में उन्होंने पुलिस आयुक्त, लखनऊ डीके ठाकुर को लिखित शिकायत की है, जिस पर उन्होंने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.
यह है पूरा मामला
सोशल मीडिया पर आरोप वायरल है कि सात लाख खर्च करके थाईलैंड से एक युवती बुलाई थी. राजस्थान होते हुए यह युवती लखनऊ पहुंची, जहां कोरोना की चपेट में आने पर उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद इलाज के दौरान 3 मई को उसकी मौत हो गई. मौत के बाद पुलिस वालों ने थाई दूतावास को मौत के बारे में बताया, फिर 5 मई को पुलिस वालों ने उसका अंतिम संस्कार करा दिया.
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पुलिस दबाव में
अब यह मामला हाईप्रोफाइल होता जा रहा है और लखनऊ पुलिस पर जबरदस्त दबाव है कि मामले का निष्पक्ष तरीके से खुलासा करे. सबसे हैरानी की बात ये है कि इस हाईप्रोफाइल मामले में अभी तक लखनऊ पुलिस का कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
डीसीपी ईस्ट को सौंपी गई जांच
पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने बताया कि सांसद संजय सेठ द्वारा भेजा गया शिकायती पत्र मिला है. पूरे मामले की जांच डीसीपी ईस्ट संजीव सुमन को सौंपी गई है. जांच अधिकारी ने जांच शुरू कर दी है. दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.