लखनऊः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह आज दो दिवसीय प्रवास पर राजधानी लखनऊ पहुंचे हैं. दोनों नेताओं का एक माह के अंदर यह दूसरा दौरा है. संगठन के कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही आगे की रणनीति तैयार करेंगे.
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और ही बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर करीब 10:00 बजे पहुंचे हैं. कुछ देर तक कार्यालय पर रुकने के बाद कार्यालय से बाहर निकले. उनके साथ प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी हैं.
बीएल संतोष इससे पहले 31 मई को लखनऊ आए हुए थे. तीन दिनों तक लखनऊ प्रवास के दौरान उन्होंने सरकार, संगठन और संघ के लोगों से मुलाकात कर फीडबैक लिया था. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी संगठन के कार्यों की समीक्षा की थी. यूपी के बारे में एक रिपोर्ट तैयार की थी. वह रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी गई. उसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ दिल्ली में उत्तर प्रदेश को लेकर बैठक हुई. केंद्र के निर्देश पर यूपी भाजपा ने अपने सभी मोर्चा, प्रकोष्ठ और विभागों की घोषणा की. पार्टी संगठन के लगभग सभी फ्रंटल संगठनों की घोषणा की जा चुकी है.
बनेगी आगे की रणनीति
आगामी विधानसभा चुनाव अभियान के लिए पार्टी स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है. संगठन को आगे किस प्रकार से काम करना है, इसकी पूरी रणनीति तैयार की जाएगी. उसी के आधार पर आगे कार्यक्रम होंगे. इन्हीं सब विषयों को लेकर सोमवार से एक बार फिर उनका दौरा शुरू हो रहा है. माना जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तर प्रदेश में शुरू होने वाले दौरों से पहले बीएल संतोष यूपी में तैयारियां करेंगे. पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जुलाई से अभियान शुरू होने वाला है.
पढ़ें- अनुप्रिया ने भाजपा से मां के लिए मांगी एमएलसी सीट, ताकि एक हो सके परिवार
दो दिनों तक लखनऊ में करेंगे बैठकें
पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह 21 व 22 जून को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहेंगे. बी.एल. संतोष पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे. पार्टी के प्रदेश में शुरू किए गए पोस्ट कोविड सेंटर, टीकाकरण जनजागरण अभियान तथा अन्य सेवा कार्यों की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही संगठन के पिछले कार्यक्रम और अभियानों की समीक्षा करेंगे. साथ ही आगामी संगठनात्मक अभियानों एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्शन करेंगे.