लखनऊ: जिन सीट पर वर्तमान में भाजपा विधायक है वहां भाजपा नेताओं को प्रचार-प्रसार करने पर संगठन ने रोक लगा दी है. महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने ऐसे सभी नेताओं को सीधा संदेश दिया है. दो दिन पहले उनसे मिलने आए ऐसे ही कुछ नेताओं को बंसल ने साफ मना किया है. उनको स्पष्ट किया गया है कि सिटिंग विधायक वाली सीटों पर खुद को प्रत्याशी घोषित करने वाले बागी माने जाएंगे. इसलिए जिन नेताओं को जो काम दिया गया है वह करें और प्रचार अभियान में न लगे, वरना उनका नुकसान तय है.
वैसे तो भारतीय जनता पार्टी में जाता है माना जा रहा है कि 150 के करीब टिकट काटे जाएंगे या फिर बदले जाएंगे, इसके बावजूद इस वक्त जो विधायक हैं उनके उत्साह में कोई कमी न पड़े इसको लेकर की भी संगठन सजग है. इसीलिए भाजपा के जिन सीटों पर विधायक हैं, वहां बगावत के सुर अभी से मध्यम किए जा रहे हैं. इसमें सबसे बड़ी जिम्मेदारी खुद महामंत्री संगठन सुनील बंसल निभा रहे हैं.
वहीं, दो दिन पहले 20 अक्टूबर को सुनील बंसल से मिलने के लिए प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से टिकट के एक नेता आए थे, जिन्होंने उनसे पूछा कि क्या वे क्षेत्र में अपना प्रचार अभियान शुरू कर सकते हैं सुनील बंसल ने सख्त ताकीद करते हुए कहा कि ऐसा बिल्कुल ना करें उस इलाके में हमारा जब विधायक है तो उसकी जगह दूसरे को प्रचार करने की इजाजत देना सीधे-सीधे बगावत को हवा देना होगा सभी नेताओं को संगठन में कोई ना कोई काम दिया हुआ है वे सभी संगठन का काम करें ना कि टिकट की इच्छा रखते हुए अभी से ही प्रत्याशी मानकर प्रचार करना शुरू कर दें ऐसा करने की दशा में विरोधियों को हमारे खिलाफ मौका मिलेगा जो कि संगठन किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हीरो बाजपेई का कहना है कि इलाके में होर्डिंग बैनर पोस्टर लगाने नेताओं को अपना बायोडाटा बांटने और खुद को प्रत्याशी घोषित करने से कुछ नहीं होगा. पार्टी किस इलाके में किसको प्रत्याशी बनाना है इसको लेकर विस्तृत सर्वे करा रही है. अलग-अलग माध्यमों से रिपोर्ट प्राप्त हो रही हैं. जो भी उचित प्रत्याशी होगा उस को टिकट दिया जाएगा. अभी से किसी को भी या अधिकार नहीं है कि वह खुद को प्रत्याशी घोषित कर दे.
यह भी पढ़ें- UP Assembly Election 2022: अब इन झटकों से कैसे उबरेगी बसपा, मुश्किल में सहयोगियों ने किया किनारा!