लखनऊ: झांसी में खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव के एनकाउंटर ने राजनीतिक मोड़ लेना शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि वह 9 अक्टूबर को पुष्पेंद्र यादव के परिजनों से मिलेंगे.
अखिलेश यादव के इस कदम पर भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा ने कहा कि अखिलेश यादव तो आजम खां को भी महात्मा गांधी साबित करने पर तुले हुए हैं. बीजेपी का कहना है कि जब भी किसी भू-माफिया और अपराधी का एनकाउंटर पुलिस करती है तो सबसे ज्यादा अखिलेश यादव के सीने में दर्द होता है.
पुलिस एनकाउंटर करती है तो अखिलेश यादव को होता है दर्द
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अशोक पांडेय ने कहा कि यह वही अखिलेश यादव हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने की पेशकश की थी. उन्होंने कहा कि मूल बात यह है कि पुलिस जब भी एनकाउंटर करती है तो सबसे ज्यादा कष्ट अखिलेश यादव को होता है. हर एनकाउंटर के बाद उनकी घबराहट बढ़ जाती है.
डॉ. अशोक पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग एनकाउंटर को लेकर के सदन का बहिष्कार भी कर चुके हैं, जबकि पुलिस की किसी से जाती दुश्मनी नहीं है, जो अपराधी हैं उन्हीं का एनकाउंटर हो रहा है. डॉ. पांडेय ने कहा कि यह अलग बात है कि अखिलेश यादव आजम खां को भी महात्मा गांधी साबित करने पर लगे हुए हैं.
डॉ. अशोक पांडेय ने कहा कि आजम खां के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं. वह भू-माफिया हैं और शत्रु संपत्ति पर भी उनका कब्जा है, लेकिन अखिलेश यादव आजम खां को भी महात्मा गांधी साबित करना चाहते हैं. ईमानदारी की बात तो यह है कि इस पर जांच होगी और कार्रवाई होगी. झांसी में जिसका एनकाउंटर हुआ है, वह भू-माफिया और खनन माफिया था. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसका एनकाउंटर किया है. इस पर सवाल उठाने का मतलब है कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश से अपराध समाप्त नहीं होने देना चाहते हैं.