लखनऊ: कानपुर नगर के सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी का ट्रैफिक पुलिस से उलझना प्रदेश की राजनीति में नए विवाद को जन्म दे दिया है. विधायक का वीडियो वायरल होने के बाद जनता जहां इस पर अपने अंदाज में प्रतिक्रिया दे रही है, वहीं सत्तारूढ दल बीजपी ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. दरअसल, एक दिन पहले कानपुर से एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें सपा विधायक इरफान सोलंकी चालान से बचने के लिए ट्रैफिक पुलिस को धमकाते नजर आ रहे हैं. साथ ही वो योगी सरकार पर भी हमलावर नजर आए. सपा विधायक के वीडियो सामने आने के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने इसपर अपने अंदाज में प्रतिक्रिया दी है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि सपा विधायक इरफान सोलंकी के व्यवहार को घोर आपत्तिजनक है. उन्होंने इसी बहाने समाजवादी पार्टी पर भी जुबानी हमला किया. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि विधायक का व्यवहार की ही समाजवादी पार्टी का व्यवहार है. सपा का दो ही मतलब है पहले 'सत्ता पाओ' फिर 'सबको पीटो' . आगे उन्होंने कहा कि अगर इरफान सोलंकी योगी जी को देख लेंगे तो ऐसे लोगों को हमारे बुलडोजर देख लेंगे. समाजवादी पार्टी के विधायक से यही उम्मीद की जाएगी, वे एक अपराधी की प्रतिमा लगाने की बात भी कहते रहे हैं. इरफान लोगों के पीछे हमारा बुलडोजर लगा है.
कांग्रेस ने बताया ओछी हरकत
कांग्रेस पार्टी ने सपा विधायक इरफान सोलंकी के व्यवहार को बेहद घटिया कृत्य करार दिया है. पार्टी नेता शैलेंद्र तिवारी का कहना है कि किसी भी जनप्रतिनिधि को यह शोभा नहीं देता है कि वह कानून को ताक पर रखकर इस तरह की हरकत करे. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शैलेंद्र तिवारी ने कहा कि जनप्रतिनिधि एक जिम्मेदार व्यक्ति होता है. इरफान सोलंकी समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. उन्हें इस तरह की अभद्रता ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ नहीं करनी चाहिए. कानून के दायरे में रहना चाहिए. लोकतंत्र का पालन करना चाहिए. खासकर जब आप किसी जिम्मेदार पद पर हों तो इस तरह का आचरण बिल्कुल भी शोभा नहीं देता है.
आगे उन्होंने कहा कि अब सवाल यह उठता है जब आप सत्ता पक्ष के विधायक नहीं है तब इस तरह की हरकत कर रहे हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि सत्ता पक्ष में होने पर क्या कर सकते हैं? इस कृत्य को बिल्कुल भी सही ठहराया नहीं जा सकता है. किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए ये ठीक नहीं है, वह चाहे किसी भी पार्टी का हो.
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, सपा नेता अबु आजमी कानपुर पहुंच रहे थे. उनके स्वागत में जिले के समाजवादी पार्टी के नेता जाजमऊ के गंगा पुल पर इकट्ठा हुए थे. विधायक इरफान सोलंकी भी अबु आजमी के स्वागत में कार्यकर्ताओं के साथ काफिला लेकर जाजमऊ के लिए निकले. कानपुर के चकेरी के रामादेवी ओवरब्रिज पर बिना हेलमेट बाइक से जा रहे लोगों की ट्रैफिक पुलिस फोटो खींच रही थी. तभी विधायक की नजर ट्रैफिक पुलिस पर पड़ी. चालान के अंदेशे से विधायक पुलिस कर्मियों को अपना परिचय अपने अंदाज में देने के लिए पहुंच गए.
विधायक और उनके कार्यकर्ताओं का ट्रैफिक पुलिस से बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी कैसे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं. यह हनक है सपा विधायक इरफान सोलंकी कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार है, कहीं प्रदेश में सपा सरकार होती तो विधायक जी का रुतबा देखने लायक ही था, हालांकि ऐसा सपा की सरकार में कई बार देखने को मिल चुका है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह विधायक इरफान सोलंकी गुंडई के दम पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धमकाते और फोटो डिलीट करवाते हुए नजर आ रहे हैं.
कानपुर पुलिस कमिश्नर को लगाया फोन
विधायक पुलिस कर्मियों को धमकाते रहे और पुलिसकर्मी लगातार अपनी सफाई देने में लगे रहे. ट्रैफिक पुलिस के सिपाही कहते रहे कि वो बाइक की फोटो खींच रहे हैं, काफिले की नहीं, लेकिन विधायक अपने रौब में आ गए तो फिर किसकी सुनने वाले थे. उन्होंने पुलिसकर्मियों के सामने ही पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को फोन लगा दिया और पुलिसकर्मियों की शिकायत कर डाली. शिकायत में विधायक ने जो कहा उसे सुनकर भी सभी को हैरानी ही हुई, विधायक ने कमिश्नर से कहा कि पुलिसकर्मी हमें मोदी और योगी सरकार की धौंस दे रहे हैं और काफिले की फोटो खींच रहे हैं.
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