ETV Bharat / state

हताशा में गैर-जिम्मेदाराना ढंग से बयान दे रहे हैं अखिलेश: बीजेपी

author img

By

Published : Sep 6, 2021, 4:40 PM IST

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के शिक्षामित्रों को समायोजित करने के बयान पर बीजेपी और कांग्रेस ने पलटवार किया है. बीजेपी का कहना है कि वह लोक लुभावने वादे इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि वह सत्ता में आने वाले नहीं हैं इसलिए, गैर जिम्मेदाराना ढंग से बयान दे रहे हैं.

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मास्टर स्ट्रोक खेला है. अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश के 1,58,000 शिक्षामित्रों को समायोजित करेंगे साथ ही पुरानी पेंशन भी बहाल करेंगे. अखिलेश के इस दांव पर बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. अखिलेश यादव के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव का हताशा में हैं और हताशा में इस प्रकार के बयान दे रहे हैं.

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि हताशा में आकर अखिलेश यादव कुछ भी वादा करने के लिए तैयार हैं लेकिन, उत्तर प्रदेश जानता है कि उन्होंने किस प्रकार शिक्षा का विनाश करने का काम किया है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में नकल माफिया ने पूरी शिक्षा व्यवस्था को जकड़ रखा था, नियम विरुद्ध तरीके से शिक्षामित्रों के समायोजन प्रक्रिया की, जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने उसे रद्द किया. इसे न तो शिक्षक भूले हैं न ही शिक्षामित्र. वह लोक लुभावने वादे इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि वह सत्ता में आने वाले नहीं हैं इसलिए, गैर जिम्मेदाराना ढंग से बयान दे रहे हैं.

कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि अखिलेश यादव का कुछ दिन पहले बयान आया था कि वह 400 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. इसके बारे में जनता उन्हें बताएगी कि 400 से ज्यादा सीटें उत्तर प्रदेश या कई अन्य राज्यों को मिलाकर जीत रहे हैं. जहां तक शिक्षामित्रों के नियमितीकरण की बात है तो यह तो किसी भी प्रदेश सरकार के वश की बात है. अगर कोई पार्टी दावा करती है कि हम सत्ता में आएंगे तो विनियमितीकरण करेंगे यह तो संभव है, लेकिन जहां तक पुरानी पेंशन की बहाली की बात है तो यह उत्तर प्रदेश के मुखिया कोई अधिकार नहीं है. उत्तर प्रदेश सरकार सिर्फ केंद्र सरकार से इसके लिए सिफारिश कर सकती है.

कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जितना जनता के लिए किया, चाहे पुरानी पेंशन हो या कोई अन्य सुविधा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब-जब सत्ता में आई सब खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने पेंशन खत्म कर दी, मोदी-योगी के साथ आए तो रोजगार ही खा गए. अब सब कुछ बेचने की तैयारी चल रही है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मास्टर स्ट्रोक खेला है. अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश के 1,58,000 शिक्षामित्रों को समायोजित करेंगे साथ ही पुरानी पेंशन भी बहाल करेंगे. अखिलेश के इस दांव पर बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. अखिलेश यादव के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव का हताशा में हैं और हताशा में इस प्रकार के बयान दे रहे हैं.

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि हताशा में आकर अखिलेश यादव कुछ भी वादा करने के लिए तैयार हैं लेकिन, उत्तर प्रदेश जानता है कि उन्होंने किस प्रकार शिक्षा का विनाश करने का काम किया है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में नकल माफिया ने पूरी शिक्षा व्यवस्था को जकड़ रखा था, नियम विरुद्ध तरीके से शिक्षामित्रों के समायोजन प्रक्रिया की, जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने उसे रद्द किया. इसे न तो शिक्षक भूले हैं न ही शिक्षामित्र. वह लोक लुभावने वादे इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि वह सत्ता में आने वाले नहीं हैं इसलिए, गैर जिम्मेदाराना ढंग से बयान दे रहे हैं.

कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि अखिलेश यादव का कुछ दिन पहले बयान आया था कि वह 400 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. इसके बारे में जनता उन्हें बताएगी कि 400 से ज्यादा सीटें उत्तर प्रदेश या कई अन्य राज्यों को मिलाकर जीत रहे हैं. जहां तक शिक्षामित्रों के नियमितीकरण की बात है तो यह तो किसी भी प्रदेश सरकार के वश की बात है. अगर कोई पार्टी दावा करती है कि हम सत्ता में आएंगे तो विनियमितीकरण करेंगे यह तो संभव है, लेकिन जहां तक पुरानी पेंशन की बहाली की बात है तो यह उत्तर प्रदेश के मुखिया कोई अधिकार नहीं है. उत्तर प्रदेश सरकार सिर्फ केंद्र सरकार से इसके लिए सिफारिश कर सकती है.

कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जितना जनता के लिए किया, चाहे पुरानी पेंशन हो या कोई अन्य सुविधा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब-जब सत्ता में आई सब खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने पेंशन खत्म कर दी, मोदी-योगी के साथ आए तो रोजगार ही खा गए. अब सब कुछ बेचने की तैयारी चल रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.