लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी में संगठन मंत्रियों के दायित्व की घोषणा की गयी है. पार्टी की तरफ से उत्तर प्रदेश में दो प्रदेश सह संगठन मंत्री घोषित किए गए हैं. राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने शुक्रवार को पांच राज्यों में छह संगठन मंत्रियों की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश में भवानी सिंह और कर्मवीर को भाजपा का प्रदेश सह संगठन मंत्री बनाया गया है. भवानी सिंह का केंद्र वाराणसी तय किया गया है वहीं कर्मवीर का केंद्र मेरठ होगा.
पहली बार प्रदेश सह संगठन मंत्री की घोषणा
भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार प्रदेश सह संगठन मंत्री के पद की घोषणा की है. इससे पहले प्रदेश में महामंत्री संगठन और क्षेत्रीय संगठन मंत्री का पद था. अब क्षेत्रीय संगठन मंत्री के स्थान पर प्रदेश सह संगठन मंत्री होंगे. इस प्रकार इनका कद बढ़ा दिया गया है. नई घोषणा के साथ ही यूपी भाजपा में प्रदेश महामंत्री संगठन के पद पर सुनील बंसल हैं. सुनील बंसल पूरा प्रदेश देखने के साथ ही अवध और कानपुर क्षेत्र की गतिविधियों को भी सीधे तौर पर संचालित करेंगे. भवानी सिंह अभी तक ब्रज क्षेत्र के संगठन मंत्री थे, अब उन्हें प्रदेश सह संगठन मंत्री बनाया गया है. उन्हीं के साथ ब्रज क्षेत्र के ही सह संगठन मंत्री कर्मवीर को भी प्रदेश सह संगठन मंत्री बनाया गया है.
दोनों सह संगठन मंत्री के पास चार क्षेत्र
ब्रज क्षेत्र के संगठन मंत्री भवानी सिंह प्रदेश सह संगठन मंत्री बनाये गए हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भवानी सिंह काशी और गोरक्ष क्षेत्र की जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं ब्रज क्षेत्र में आरएसएस के सह प्रान्त प्रचारक रहे कर्मवीर को भी प्रदेश सह संगठन मंत्री बनाया गया है. उनका केंद्र मेरठ होगा. मेरठ में रहकर वह पश्चिम और ब्रज क्षेत्र की जिम्मेदारी संभालेंगे.
रत्नाकर बिहार तो प्रद्युम्न भेजे गए दिल्ली
इसके अलावा अवध क्षेत्र के संगठन मंत्री प्रद्युम्न को दिल्ली भेजा गया है. वह केंद्रीय कार्यालय दिल्ली में संगठक की भूमिका में रहेंगे. इसके अलावा काशी क्षेत्र के संगठन मंत्री रत्नाकर को बिहार प्रदेश सह संगठन मंत्री घोषित किया गया है. बता दें कि रत्नाकर के पास गोरखपुर क्षेत्र का भी दायित्व था. बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन नागेंद्र भी यूपी से ही भेजे गए थे.
2022 के चुनाव की तैयारी
पार्टी के इस तरह फैसले को 2022 के चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. प्रदेश संगठन मंत्री स्तर के लोगों को पार्टी इसलिए खड़ा कर रही है ताकि संगठन को मजबूती प्रदान की जा सके. सह संगठन मंत्री सीधे दायित्व वाले क्षेत्रों का काम करने के साथ ही प्रदेश के काम में भी हिस्सा बटाएंगे. इस प्रकार से अब पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी तीन संगठन मंत्रियों के जिम्मे कर दी गई है. पार्टी सूत्रों की मानें तो अभी और संगठन मंत्रियों की घोषणा होगी.