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चुनाव से पहले 'नमो एप' के सहारे पीएम मोदी ले रहे जनता का फीडबैक

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Published : Aug 11, 2021, 5:29 PM IST

उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव से पहले नमो एप (Namo App) के माध्यम से पीएम मोदी जनता से स्थानीय मुद्दों को लेकर सरकार के कामकाज को लेकर फीडबैक ले रहे हैं. नमो एप के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से फीडबैक को लेकर एक सर्वे शुरू कराया है.

'नमो एप' से बीजेपी का सर्वे
'नमो एप' से बीजेपी का सर्वे

लखनऊः पीएम मोदी यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नमो एप के माध्यम से जनता से स्थानीय मुद्दों को लेकर सरकार के कामकाज का फीडबैक ले रहे हैं. नमो एप के माध्यम से पीएम मोदी ने जनता से फीडबैक को लेकर एक सर्वे शुरू कराया है. जिसमें स्थानीय मुद्दे, राज्य के मुद्दे और केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर सर्वे में जनता से सवाल पूछा जा रहा है.

जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नमो एप के माध्यम से जनता की नब्ज टटोलकर उनकी राय समझना चाहते हैं. इसी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी एजेंडे को धार देगी कि किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है. भारतीय जनता पार्टी के लिए ज्यादा फायदे का सौदा रहेगा. उस पर भी बीजेपी की नजर है.

भारतीय जनता पार्टी, कार्यालय, उत्तर प्रदेश
भारतीय जनता पार्टी, कार्यालय, उत्तर प्रदेश

विधायकों के कामकाज पर भी नजर

भारतीय जनता पार्टी इसके साथ ही स्थानीय विधायकों को स्थानी मंत्रियों और अन्य जनप्रतिनिधियों के कामकाज को लेकर भी जनता से फीडबैक लेकर आने वाले समय में इन जनप्रतिनिधियों के टिकट काटने या न काटने को लेकर भी फैसला करेगी.

राम मंदिर को लेकर भी सवाल

नमो एप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से जिन प्रमुख सवालों पर फीडबैक लेना चाहते हैं. उसमें मुख्य रूप से मौजूदा विधायकों के कामकाज को लेकर सवाल पूछा जा रहा है. इसके साथ ही राम मंदिर को भी शामिल किया गया है, जो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की चुनावी रणनीति के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
नमो एप में जनता से राय पूछी जा रही है. इसमें सबसे पहला जो सवाल शामिल किया गया है, वो है..

स्थानीय मुद्दे से लेकर अन्य सवाल भी

उसमें मतदान के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में पूछा गया है. इसमें जो विकल्प दिए गए हैं, उनमें कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार के प्रयास, कानून व्यवस्था की स्थिति, रोजगार शिक्षा, स्वच्छता, भ्रष्टाचार, मंहगाई, किसान कल्याण बिजली और सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर, आर्टिकल 370 के साथ ही राम मंदिर निर्माण को भी शामिल किया गया है. इसके साथ ही तीन तलाक का मुद्दा भी इसमें शामिल किया गया है. जनता से पूछा गया है कि मतदान के समय इनमें से कौन सा मुद्दा अहम रहेगा.

मोदी फैक्टर पर भी जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश

इसके अलावा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज के आधार पर मोदी फैक्टर को लेकर भी सवाल पूछा गया है. इसमें पूछा गया है कि मतदान में मतदाता के लिए कौन सा प्रमुख फैक्टर काम करेगा. इसमें जो सवाल पूछा गया है उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप, स्थानीय मुद्दे और राज्य के मुद्दे प्रमुख रूप से पूछे गए हैं.

जाति, धर्म या विकास, क्या है महत्वपूर्ण

सर्वे में यह समझने की कोशिश की गई है कि वोट देने से पहले लोगों के मन में कौन-कौन से प्रमुख मुद्दे होते हैं. जाति और धर्म उनकी प्राथमिकता है या विकास के कार्यों के आधार पर वह आगे बढ़कर मुद्दों को तवज्जो देती है. इसके साथ ही नमो एप पर लिए जा रहे फीडबैक में कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीनेशन पर भी सवाल पूछा गया है. पूछा गया है कि वैक्सीनेशन की रफ्तार से आप कितना प्रभावित हैं. चुनाव के दौरान धर्म, विकास कार्य या जाति में से कौन सा प्रमुख है, या क्या महत्वपूर्ण है यह सवाल भी लोगों से पूछा गया है.

इसे भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, 39 जातियों को OBC में शामिल करने की तैयारी

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद

नमो एप के माध्यम से जनता की नब्ज टटोलने को लेकर जो सवाल पूछे गए हैं उसको देखकर लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से चुनावी तैयारियों को लेकर पूरा फीडबैक लुटाया जा रहा है और आने वाले समय में इन्हीं मुद्दों के आधार पर भारतीय जनता पार्टी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देगी. कौन-कौन से मुद्दों को ज्यादा जनता के बीच ले जाना है, इसका भी फैसला बीजेपी करेगी. स्थानीय मुद्दों में विधायकों के और अन्य जनप्रतिनिधियों के कामकाज को भी प्रमुख रूप से पूछा गया है. जिससे विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे और वर्तमान विधायकों के टिकट बदलने को लेकर भी बीजेपी को इससे मदद मिल सकेगी.

लखनऊः पीएम मोदी यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नमो एप के माध्यम से जनता से स्थानीय मुद्दों को लेकर सरकार के कामकाज का फीडबैक ले रहे हैं. नमो एप के माध्यम से पीएम मोदी ने जनता से फीडबैक को लेकर एक सर्वे शुरू कराया है. जिसमें स्थानीय मुद्दे, राज्य के मुद्दे और केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर सर्वे में जनता से सवाल पूछा जा रहा है.

जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नमो एप के माध्यम से जनता की नब्ज टटोलकर उनकी राय समझना चाहते हैं. इसी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी एजेंडे को धार देगी कि किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है. भारतीय जनता पार्टी के लिए ज्यादा फायदे का सौदा रहेगा. उस पर भी बीजेपी की नजर है.

भारतीय जनता पार्टी, कार्यालय, उत्तर प्रदेश
भारतीय जनता पार्टी, कार्यालय, उत्तर प्रदेश

विधायकों के कामकाज पर भी नजर

भारतीय जनता पार्टी इसके साथ ही स्थानीय विधायकों को स्थानी मंत्रियों और अन्य जनप्रतिनिधियों के कामकाज को लेकर भी जनता से फीडबैक लेकर आने वाले समय में इन जनप्रतिनिधियों के टिकट काटने या न काटने को लेकर भी फैसला करेगी.

राम मंदिर को लेकर भी सवाल

नमो एप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से जिन प्रमुख सवालों पर फीडबैक लेना चाहते हैं. उसमें मुख्य रूप से मौजूदा विधायकों के कामकाज को लेकर सवाल पूछा जा रहा है. इसके साथ ही राम मंदिर को भी शामिल किया गया है, जो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की चुनावी रणनीति के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
नमो एप में जनता से राय पूछी जा रही है. इसमें सबसे पहला जो सवाल शामिल किया गया है, वो है..

स्थानीय मुद्दे से लेकर अन्य सवाल भी

उसमें मतदान के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में पूछा गया है. इसमें जो विकल्प दिए गए हैं, उनमें कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार के प्रयास, कानून व्यवस्था की स्थिति, रोजगार शिक्षा, स्वच्छता, भ्रष्टाचार, मंहगाई, किसान कल्याण बिजली और सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर, आर्टिकल 370 के साथ ही राम मंदिर निर्माण को भी शामिल किया गया है. इसके साथ ही तीन तलाक का मुद्दा भी इसमें शामिल किया गया है. जनता से पूछा गया है कि मतदान के समय इनमें से कौन सा मुद्दा अहम रहेगा.

मोदी फैक्टर पर भी जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश

इसके अलावा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज के आधार पर मोदी फैक्टर को लेकर भी सवाल पूछा गया है. इसमें पूछा गया है कि मतदान में मतदाता के लिए कौन सा प्रमुख फैक्टर काम करेगा. इसमें जो सवाल पूछा गया है उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप, स्थानीय मुद्दे और राज्य के मुद्दे प्रमुख रूप से पूछे गए हैं.

जाति, धर्म या विकास, क्या है महत्वपूर्ण

सर्वे में यह समझने की कोशिश की गई है कि वोट देने से पहले लोगों के मन में कौन-कौन से प्रमुख मुद्दे होते हैं. जाति और धर्म उनकी प्राथमिकता है या विकास के कार्यों के आधार पर वह आगे बढ़कर मुद्दों को तवज्जो देती है. इसके साथ ही नमो एप पर लिए जा रहे फीडबैक में कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीनेशन पर भी सवाल पूछा गया है. पूछा गया है कि वैक्सीनेशन की रफ्तार से आप कितना प्रभावित हैं. चुनाव के दौरान धर्म, विकास कार्य या जाति में से कौन सा प्रमुख है, या क्या महत्वपूर्ण है यह सवाल भी लोगों से पूछा गया है.

इसे भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, 39 जातियों को OBC में शामिल करने की तैयारी

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद

नमो एप के माध्यम से जनता की नब्ज टटोलने को लेकर जो सवाल पूछे गए हैं उसको देखकर लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से चुनावी तैयारियों को लेकर पूरा फीडबैक लुटाया जा रहा है और आने वाले समय में इन्हीं मुद्दों के आधार पर भारतीय जनता पार्टी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देगी. कौन-कौन से मुद्दों को ज्यादा जनता के बीच ले जाना है, इसका भी फैसला बीजेपी करेगी. स्थानीय मुद्दों में विधायकों के और अन्य जनप्रतिनिधियों के कामकाज को भी प्रमुख रूप से पूछा गया है. जिससे विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे और वर्तमान विधायकों के टिकट बदलने को लेकर भी बीजेपी को इससे मदद मिल सकेगी.

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