लखनऊ: ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से आने वाले यात्रियों को लोकबंधु अस्पताल में क्वारंटीन किया जाएगा. बुखार व दूसरे लक्षणों वाले व्यक्तियों के लिए अस्पताल में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं. येलो फीवर वैक्सीन लगने संबंधी दस्तावेज न दिखा पाने वालों को भी क्वारंटीन किया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. रेनू श्रीवास्तव वर्मा की तरफ से 23 मई को सीएमओ को आदेश जारी कर दिया गया है. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि सूडान में ऑपरेशन कावेरी चलाया जा रहा है. वहां से हवाई जहाज के माध्यम से लोगों को भारत लाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लखनऊ तक आने वाले यात्रियों को बुखार की दशा में छह दिन क्वारंटीन किया जाएगा, जो लोग येलो फीवर वैक्सीन संबंधी प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाएंगे, उन्हें भी क्वारंटीन रहना होगा.
महानिदेशक ने पत्र में स्पष्ट किया है कि एयरपोर्ट व अस्पताल के 400 मीटर तक के क्षेत्र को मच्छरमुक्त अभियान चलाया जाएगा, क्योंकि संक्रमित व्यक्ति को यदि मच्छर ने काट लिया तो मच्छर भी संक्रमित हो जाएगा. यदि संक्रमित मच्छर ने किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लिया तो उसे भी पीतज्वर की आशंका बढ़ जाएगी.
लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है कि छह बेड आरक्षित किए गए हैं. सूडान से आने वालों को मच्छरदानी में रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि बुखार पीड़ितों को ही अस्पताल में क्वॉरंटीन के निर्देश दिए गए हैं. सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
क्या है ऑपरेशन कावेरी?
भारत ने सूडान में सेना और एक अर्द्धसैनिक बल के बीच हिंसक झड़पों के बाद वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए 24 अप्रैल को ऑपरेशन कावेरी शुरू किया था. 'ऑपरेशन कावेरी' के जरिए सूडान से 3,862 लोगों को निकाला जा चुका है.
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