लखनऊ : प्रदेश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में लगातार सुधार होता जा रहा है. इसका प्रमाण उच्च शिक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए बनी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की ग्रेडिंग में प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के कार्यों की समीक्षा के बाद दी गयी ग्रेडिंग है. इसी परिप्रेक्ष्य में राजधानी के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) ने नैक की जारी रिपोर्ट में 4 में से 3.72 सीजीपीए के साथ ए प्लस प्लस ग्रेड हासिल कर लिया है. इसकी जानकारी होते ही विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षकों से लेकर छात्रों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई. इस उपलब्धि के लिए कुलपति प्रो. संजय सिंह ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी है. इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय को नैक की तरफ से ए प्लस प्लस ग्रेड मिला था, वहीं अगर प्रदेश के दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालय की बात करें तो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी को मौजूदा समय में नैक से एक ग्रेड मिला हुआ है, वहीं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को नैक से बी प्लस प्लस ग्रेड मिला हुआ है, जबकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को नैक से ए ग्रेड प्राप्त है. बाबा साहेब अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रदेश में मौजूद सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय में सबसे अधिक ग्रेड प्राप्त करने वाला केंद्रीय विश्वविद्यालय बन गया है.
इसी महीने 9 से 11 अक्टूबर के बीच नैक टीम ने विश्वविद्यालय का दौरा किया था. बीबीएयू में नैक टीम ने 9 से 11 अक्टूबर तक निरीक्षण कार्य किया था, जिसमें विश्वविद्यालय से संबंधित विभिन्न मापदंडों का मूल्यांकन टीम ने किया. इसके लिए विश्वविद्यालय में नैक टीम के निरीक्षण को लेकर महीनों से तैयारियां की जा रहीं थीं. निरीक्षण के दौरान नैक टीम ने विश्वविद्यालय के सभी विभागों, छात्रहित के लिए संचालित और शुरू किये गये कोर्स, छात्रावास, शोध और छात्र व शिक्षकों की उपलब्धि का ब्यौरा देखा. इसके अतिरिक्त नैक टीम ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के साथ संवाद किया. अंतिम सत्र के दौरान नैक टीम ने तीन दिनों से चल रहे निरीक्षण के संदर्भ में संयुक्त रूप से चर्चा की थी. साथ ही टीम ने विश्वविद्यालय के विषय में बनी डॉक्यूमेंट्री की सत्यता की जांच भी की थी. इसके बाद नैक टीम ने लिखित रिपोर्ट को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय सिंह से साझा किया था. इस प्रकार विश्वविद्यालय में निरीक्षण कार्य की अंतिम रिपोर्ट नैक टीम द्वारा सौंपी गयी थी. बता दें कि इससे पहले बीबीएयू ने 2015 नैक मूल्यांकन हुआ था, जिसमें उसे नैक से ए ग्रेड मिला था, जोकि 2020 में खत्म हो गया था, वहीं विवि ने अब लम्बी छलांग लगाते हुए 2023 में ए प्लस प्लस ग्रेड हासिल कर लिया है.
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के इस सफलता की बात करें तो इसमें इसमें सबसे बड़ा रोल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रहे आरसी सोबती को जाता है. जिन्होंने इस विश्वविद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के साथ ही विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं, कई विषयों की पढ़ाई शुरू करने, विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने में काफी काम किया था. उन्हीं के प्रयास से विश्वविद्यालय को 2015 में हुए नैक ग्रेडिंग में ए ग्रेड हासिल हुआ था. इसके बाद विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और देश के कई विश्वविद्यालय को पीछे छोड़ते हुए रैंकिंग में 55वीं जगह बनाने में कामयाब रहा था.
दो विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग ए प्लस प्लस : इससे पूर्व प्रदेश में अब तक लखनऊ विश्वविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, पंडित मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय गोरखपुर, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ और महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली को ए प्लस प्लस ग्रेड मिला है. इसी के साथ ही लखनऊ शहर भी गोरखपुर शहर के बराबर हो गया है, जहां पर दो विश्वविद्यालय को नैक से एक समान ग्रेडिंग प्राप्त है. प्रदेश के यह विश्वविद्यालय देश के जामिया और जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों के बराबर खड़े हो गये हैं.