अयोध्या: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला वार्षिक उत्सव प्रतिष्ठा द्वादशी पर पीएम मोदी के आने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस बात से इनकार कर रहा है. ट्रस्ट की माने तो, पहले वर्ष भव्य आयोजनों के साथ संपन्न किया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के 1 वर्ष पूरा होने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा मनाया जा रहा वार्षिक उत्सव में व्यापारी वर्ग ने भी बढ़कर हिस्सा लेने की तैयारी शुरू कर दी है. 11 जनवरी प्रतिष्ठा द्वादशी के दिन नगर में सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को फूलों से सजाएंगे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा प्रतिष्ठा उत्सव का पहला वर्ष बहुत ही भव्य रूप में मनाए जाने की तैयारी कर रहा है. देश के अलग-अलग क्षेत्र से साधु संत वहीं अन्य वर्ग के लोगों को जुटाने के लिए सूचीबद्ध किया जा रहा है. इसके साथ ही अयोध्या के भी अलग-अलग वर्गों के लोगों को जोड़ते हुए विभिन्न आयोजनों में शामिल करने की तैयारी कर रहा है.
इसे भी पढ़ें - प्रतिष्ठा द्वादशी के दिन होगी रामलला की आरती, 6 लाख श्री राम बीज मंत्रों का होगा जाप - RAM MANDIR ANNIVERSARY
व्यापारी नेता पंकज गुप्ता ने बताया, कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद भव्य रामलीला के मंदिर का निर्माण हुआ है. बीते 22 जनवरी को रामलीला उसे भव्य दिव्य मंदिर में नूतन विग्रह के रूप में विराजमान भी हो गए हैं. राम मंदिर आंदोलन में व्यापारियों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था, तो वहीं बाहर से आने वाले कार सेवकों की सेवा का भी अवसर अयोध्या के व्यापारियों ने नहीं छोड़ा था. यही कारण है, कि आज भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है. इसके पहले प्रतिष्ठा उत्सव पर व्यापार वर्ग हिस्सा लेगा. हम अयोध्या के सभी व्यापारियों से लगातार मुलाकात कर निवेदन कर रहे हैं कि 11 जनवरी को अपने प्रतिष्ठानों को फूलों से सजाये और अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करें.
सप्त सागर कुंड अवैध निर्माण पर योगी का बुलडोजर: रामनगरी अयोध्या में अवैध निर्माण पर योगी सरकार का बुलडोजर चला. दो दशक के बाद एक बार फिर लुप्त हुए पौराणिक कुंड सप्त सागर को विकसित के लिए जिला प्रशासन के निर्माणाधीन भवन पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है. जबकि पीड़ित परिवार का आरोप है, कि यह जमीन उन्होंने 2018 में खरीदी थी. जिस पर तहसील में ही प्रशासनिक अधिकारियों के ही द्वारा रजिस्ट्री और बैनामा कराया गया था. इसके बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण चौहद्दी के मुताबिक विकास शुल्क जमा कर नक्शा भी पास किया है. इस जमीन पर भवन निर्माण के लिए बैंक के सर्वे के आधार पर लोन भी प्राप्त हुआ है. बावजूद इसके बिना किसी नोटिस के कार्रवाई की गई है.
मंडल आयुक्त अयोध्या गौरव दयाल का कहना है, कि पौराणिक कुंडो की तलाश कर उसको विकसित करने की योजना सरकारी चल रही है. इसके लिए बहुत से कुंड अभी भी लुप्त हैं. उनके विकास की योजना को तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कुंडापुरा अवध निर्माण पर कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें - राम मंदिर निर्माण में बना 15 लाख मिलियन घंटे मानव श्रम का रिकार्ड - AYODHYA RAM MANDIR