लखनऊ : दीपावली के अगले दिन बेसिक शिक्षा विभाग (Basic education department) ने अपने सभी स्कूल खोल दिए. जिस कारण राजधानी के 1600 से अधिक स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति ना के बराबर रही. वहीं दूसरी ओर स्कूल खोलने के कारण सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों को स्कूल पहुंचना था, लेकिन उनकी उपस्थिति भी आधी ही रही. शिक्षकों का कहना है कि राजधानी के सभी स्कूलों में करीब 10 प्रतिशत विद्यार्थी ही पहुंचे. वहीं स्कूल खुलने के कारण मिड डे मील की व्यवस्था करने को भी कहा गया था. राजधानी में मिड डे मील वितरण करने वाली संस्था अक्षय पात्र ने उसी के हिसाब से तैयारी की थी, लेकिन राजधानी में विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम होने के कारण संस्था को दिक्कतें उठानी पड़ीं.
शिक्षकों का कहना है कि दीपावली के अगले दिन स्कूल खोलने की सूचना सभी बच्चों को शनिवार को ही दी गई थी. बावजूद इसके राजधानी के सभी स्कूलों से 90 प्रतिशत से अधिक बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे. शिक्षकों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों को आता देख कुछ बच्चे तो स्कूल पहुंच गए, वहीं शहरी क्षेत्रों में ज्यादातर बच्चे स्कूल पहुंचे ही नहीं. शिक्षकों का कहना है कि इन स्कूलों में गरीब तबके के बच्चे ज्यादा रजिस्टर्ड हैं. दीपावली जैसा त्यौहार होने के कारण बीते दो दिनों में उनके घरों में काम की अधिकता होने के कारण वह स्कूल वैसे ही नहीं आ रहे थे. यही कारण है कि दीपावली के अगले दिन स्कूल खोलने के बाद भी बच्चे नहीं पहुंचे.
24, 26 व 27 को अवकाश घोषित : यह पहली बार हुआ है कि जब बेसिक स्कूल दीपावली के अगले दिन खोले गए हैं. इस बार दीपावली पर विद्यालयों में 24, 26 व 27 अक्टूबर को अवकाश घोषित किया गया था, जबकि बीच में एक यानी 25 अक्टूबर के दिन स्कूल खोलने का आदेश था. जिसके बाद मंगलवार को स्कूल तो खुले, लेकिन विद्यार्थियों की उपस्थिति ना के बराबर थी. कई स्कूलों में तो एक दो छात्र ही पहुंचे तो कहीं तो ताला भी नहीं खुला. यही स्थिति शिक्षकों की रही. अधिकतर शिक्षक अवकाश पर रहे. जिन विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या दो रही ऐसे विद्यालय बंद ही रहे.
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि ऐसा कभी हुआ नहीं था जब दीपावली के अगले दिन स्कूल खुले हों. जिलाधिकारी से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है. दीपावली पर शिक्षक अपने पैतृक निवास जाते हैं, दूरदराज जाने वाले शिक्षकों का अगले दिन लौटकर आना मुमकिन नहीं था. जिस कारण उन्होंने छुट्टी लेना ही बेहतर समझा.
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