लखनऊ: बसंत पंचमी के पर्व पर पूरे उत्तर भारत में ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है. इस अवसर पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मेडिकोज ने नवनिर्मित सरस्वती मंदिर के प्रांगण में फूलों की रंगोली सजाकर मां की आराधना की. केजीएमयू में हर वर्ष बसंत पंचमी की तैयारियां एमबीबीएस और बीडीएस के दूसरे साल के मेडिकोज ही करते हैं और इन तैयारियों के साथ तमाम तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाती हैं. 2018 बैच के मेडिकोज द्वारा इस साल आयोजित की गई बसंत पंचमी लोगों को कई मायनों में आकर्षित करती रही.
सरस्वती मंदिर के प्रांगण में सजाई गई रंगोली
फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर नरसिंह वर्मा ने बताया कि इस साल यह 108वीं बसंत पंचमी की पूजा केजीएमयू में की जा रही है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार छात्र-छात्राओं ने इसे बेहतरीन तरीके से सजाया और आयोजित किया.
बसंत पंचमी पर इस साल हुए कुछ बदलाव
बसंत पंचमी के इस वर्ष के आयोजक डॉ. सनातन स्वामी कहते हैं कि इस त्योहार की तैयारियों के लिए वह लोग पिछले कई महीनों से मेहनत कर रहे हैं और यह जानकर काफी अच्छा लग रहा है कि यह लोगों को पसंद आ रहा है. उनका कहना है कि इस साल उन्होंने कुछ बदलाव भी किए हैं. जैसे हर साल प्रसाद तो पहले से ही बनाया जाता था, लेकिन इस वर्ष हमने केजीएमयू के अंदर ही इसे तैयार करवाने का प्रबंध किया है.
कई मायनों में अलग है बसंत पंचमी
द्वितीय वर्ष की छात्रा आकांक्षा मिश्रा कहती हैं कि इस बार की बसंत पंचमी कई मायनों में हमारे लिए अलग है. सबसे खास बात तो यह है कि यहां पर मां सरस्वती का एक भव्य मंदिर बनाया जा रहा है, जहां पर सभी ने पूजा की है. इसके अलावा तैयार होने और लोगों से घुलने मिलने का मौका ऐसे ही पर्वों और त्योहारों पर मिलता है.
जानिए फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष का क्या कहना है
बसंत पंचमी पर फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है. डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता तिवारी कहती है कि बच्चे तमाम तरह की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हैं. उनको बढ़ावा देने के लिए हमारे संस्थान के पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर एम. कार बतौर मुख्य अतिथि यहां उपस्थित रहते हैं. हमारे मेडिकोज भी उनसे काफी कुछ सीखते हैं और प्रोत्साहित होते हैं.