लखनऊ : लखनऊ के मोहान रोड स्थित राजकीय बाल गृह में रह रहे बच्चों के साथ दो कर्मचारियों ने मारपीट की. बच्चों का आरोप है कि दोनों कर्मचारियों ने पूरी तरह से मारा-पीटा है. इसके बाद बच्चों को काफी चोट आई. बाल श्रम विभाग के द्वारा रेस्क्यू किए गए बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश अनुसार राजकीय बाल गृह में रखा गया. अब यहां बच्चों का शोषण करने की बात सामने आ रही है. बड़ी बात यह है कि जिनके कंधों पर बच्चों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वही बच्चों का शोषण कर रहे हैं.
बता दें कि राजकीय बाल गृह में समय-समय पर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं. जिस पर चाइल्ड लाइन और बाल संरक्षण आयोग कार्रवाई करते हैं. फिलहाल इस मामले में 10 दिनों तक किसी को सूचना प्राप्त नहीं हुई. बच्चों ने कोशिश की दोषी कर्मचारियों के ऊपर एफआईआर दर्ज कराने की लेकिन अभी तक दर्ज नहीं हुई है.
उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा के मुताबिक मामले का संज्ञान बाल संरक्षण आयोग को कुछ समय पहले हुआ है. इस मामले पर कार्रवाई चल रही है. दोनों दोषी कर्मचारियों के ऊपर दोष साबित होने के बाद कठोर सजा दी जाएगी. फिलहाल अभी पुलिस को जांच के लिए मामला सौंपा गया है. इस मामले में कितनी सच्चाई है इसकी जांच पुलिस करेगी. उसके बाद ही रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने पर कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की पूरी कोशिश होती है कि बाल गृह में रह रहे शिशु और बालक-बालिकाओं का कोई शोषण न हो. उन्हें सारी सुख सुविधा प्राप्त हों. बच्चे स्वस्थ रहें, मस्त रहें और अच्छे से पढ़ाई करें. इस बात का पूरा ख्याल रखा जाता है.
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