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लखनऊ: जर्जर भवन में संचालित हो रहा होम्योपैथिक अस्पताल, हो सकता है बड़ा हादसा

राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र में संचालित हो रहे राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल का भवन काफी जर्जर हो गया है, लेकिन नई बिल्डिंग की आस में आज भी अस्पताल पुरानी बिल्डिंग में ही संचालित हो रहा है. सैकड़ों मरीज रोज दवा लेने पहुंचते हैं. कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है, लेकिन जिम्मेदार विभाग मौन है.

जर्जर भवन में संचालित हो रहा होम्योपैथी अस्पताल.
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Published : May 25, 2019, 10:20 PM IST

लखनऊ: मलिहाबाद क्षेत्र में होम्योपैथिक अस्पताल काफी जर्जर भवन में संचालित हो रहा है. यहां पर पहुंचने वाले सैकड़ों की संख्या में मरीजों पर किसी भी समय छत का प्लास्टर गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है. मरीजों की संख्या देखी जाए तो पिछले माह में करीब पांच हजार मरीज होम्योपैथिक अस्पताल पहुंचे थे.

जर्जर भवन में संचालित हो रहा होम्योपैथी अस्पताल.
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
  • कई वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में होम्योपैथिक अस्पताल संचालित हो रहा है.
  • बिल्डिंग इतनी जर्जर है कि किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
  • दवा लेने पहुंचे मरीज विनोद कुमार ने बताया करीब दो सप्ताह पहले वह अस्पताल दवा लेने आए थे कि अचानक ऊपर से प्लास्टर गिरा, जिससे वह चोटिल होते-होते बच गए.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में अस्पताल संचालित हो रहा है. अस्पताल के लिए जगह की खोज की जा रही है. जैसे ही जगह मिल जाएगी, नया अस्पताल बनने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी.
-डॉ. संजय कुमार, चिकित्सा अधिकारी, राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल

लखनऊ: मलिहाबाद क्षेत्र में होम्योपैथिक अस्पताल काफी जर्जर भवन में संचालित हो रहा है. यहां पर पहुंचने वाले सैकड़ों की संख्या में मरीजों पर किसी भी समय छत का प्लास्टर गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है. मरीजों की संख्या देखी जाए तो पिछले माह में करीब पांच हजार मरीज होम्योपैथिक अस्पताल पहुंचे थे.

जर्जर भवन में संचालित हो रहा होम्योपैथी अस्पताल.
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
  • कई वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में होम्योपैथिक अस्पताल संचालित हो रहा है.
  • बिल्डिंग इतनी जर्जर है कि किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
  • दवा लेने पहुंचे मरीज विनोद कुमार ने बताया करीब दो सप्ताह पहले वह अस्पताल दवा लेने आए थे कि अचानक ऊपर से प्लास्टर गिरा, जिससे वह चोटिल होते-होते बच गए.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में अस्पताल संचालित हो रहा है. अस्पताल के लिए जगह की खोज की जा रही है. जैसे ही जगह मिल जाएगी, नया अस्पताल बनने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी.
-डॉ. संजय कुमार, चिकित्सा अधिकारी, राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल

Intro:जर्जर हालत में संचालित हो रहा है राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल मलिहाबाद क्षेत्र में संचालित हो रहे इस साल का भवन काफी जर्जर हो गया है लेकिन नई बिल्डिंग की आस में आज भी पुराना अस्पताल पुरानी बिल्डिंग में ही संचालित हो रहा है सैकड़ों मरीज रोज दवा लेने पहुंचते हैं कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है लेकिन जिम्मेदार विभाग मौन है।


Body:वीओ,1. मलिहाबाद क्षेत्र में होम्योपैथिक अस्पताल काफी जर्जर भवन में संचालित हो रहा है यहां पर पहुंचने वाले सैकड़ों की संख्या में मरीजों पर किसी भी समय छत का प्लास्टर गिरा तो कहीं अन्य सुविधाओं का सामना करना पड़ता है मरीजों की संख्या देखी जाए तो पिछले माह में करीब 5000 मरीज होम्योपैथिक अस्पताल पहुंचे थे।

बाईट,1. होम्योपैथिक अस्पताल दवा लेने पहुंचे मरीज विनोद कुमार ने बताया करीब 2 सप्ताह पहले वह अस्पताल दवा लेने आए थे कि अचानक ऊपर से प्लास्टर गिरा जिससे वह चोटिल होते होते बच गए।

वीओ,2. क्षेत्र के इस अस्पताल में भारी संख्या में पहुंच रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए इस जर्जर भवन में अस्पताल का संचालित होना किसी बड़े हादसे की ओर इशारा कर रहा है लेकिन जिम्मेदार विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

बाईट,2. अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में अस्पताल संचालित हो रहा है अस्पताल के लिए जगह की खोज की जा रही है जैसे ही जगह मिल जाएगी नया अस्पताल बनने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।


Conclusion:कई वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग में होम्योपैथिक अस्पताल संचालित हो रहा है बिल्डिंग इतनी जर्जर है कि अक्सर किसी बड़ी अनहोनी की संभावनाएं प्रबल होती दिख रही हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मौन।
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