लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जिस बुलडोजर की धमक देखने को मिली थी, आज वहीं बुलडोजर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 3.0 में भी चर्चा का विषय बन गया. चेन्नई की 'कैट'(cat) कंपनी ने यहां एक स्टाल लगाकर बाबा के बुलडोजर की याद को ताजा कर दिया. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इस बुलडोजर को देखने के लिए लोग खुद को रोक नहीं पाए.
गौर करने वाली बात है कि उत्तर प्रदेश में बाबा का बुलडोजर विधानसभा चुनाव ही नहीं बल्कि चुनाव के बाद भी अपनी धमक बरकरार रखे हुए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा के नाम से जाना जा रहा है. वजह साफ है कि जिस तरह से अपराधियों, माफियाओं और सरकारी संपत्ति पर कब्जा करने वालों के घर पर योगी आदित्यनाथ की सरकार में बुलडोजर चलाया जा रहा है, वह काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
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Cat कंपनी के लखनऊ के सेल्स हेड हेमंत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कम्पनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चेन्नई में है. उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव में जिस तरह से बुलडोजर को पब्लिसिटी मिली है, उसके कारण अब मार्केट में भी इसकी डिमांड बढ़ती जा रही है. उन्होंने बताया कि बुलडोजर को यहां शो केस करने की कोई खास वजह तो नहीं थी, लेकिन इन्वेस्टमेंट के लिहाज से आए उद्योगपतियों का ध्यान आकर्षण जरूर है. कंपनी का कहना है कि बुल्डोजर यूपी की पहचान बन चुका है.
जाहिर है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार अपने बयानों में बुलडोजर की अहमियत का जिक्र किया है. उन्होंने कहा था कि बुलडोजर उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे बनाने के भी काम आ रहा है और अपराधियों और माफियाओं की अवैध संपत्ति को ध्वस्त करने का भी काम करता है.