लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना गरीबों के लिए संजीवनी बन गयी है. गरीब इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं और अस्पतालों में अच्छा इलाज पा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana in Uttar Pradesh) बेहतर तरीके से लागू की गई है. सरकारी व प्राइवेट मेडिकल संस्थान बड़ी संख्या में जोड़े गए हैं. गरीब मरीजों को घर के निकट मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने की राह आसान हुई है. आयुष्मान योजना के तहत मरीज पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मनपसंद सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में करा सकते हैं.
आयुष्मान योजना पर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak on Ayushman Yojana) ने कहा कि यह केंद्र और राज्य की अनूठी और कल्याणकारी योजना है. इसके तहत मरीजों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. प्राइवेट अस्पताल बिना किसी जमा राशि के समाज के प्रति उत्कृष्ट सेवा कर रहे हैं. यूपी बड़ी आबादी वाला राज्य है. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में मरीजों का बेहतर इलाज किया जाता है. प्रदेश के सभी जिलों में योजना लागू है. प्राइवेट अस्पतालों को इलाज पर आने वाले खर्च का 90 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया जा चुका है.
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उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर भी अब गर्व से प्राइवेट अस्पताल में इलाज हासिल कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को यूपी में पूरी तरह से साकार किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सरकार बीते पांच साल से आयुष्मान योजना का संचालन कर रही है. लक्षित परिवारों और सदस्यों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाकर उन्हें इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है.
गंभीर बीमारियों से भी राहत: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत मरीज को भर्ती कर मुफ्त इलाज का लाभ प्रदान किया जा रहा है. आयुष्मान योजना के तहत गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी और प्राइवेट हर अस्पताल में है. इनमें कैंसर, किडनी, न्यूरो, पेट समेत दूसरी बीमारी शामिल हैं. आयुष्मान योजना की सफलता में प्राइवेट अस्पतालों का अहम योगदान है.
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