लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सालयों में आयुष्मान के लाभार्थियों को बेहतर सुख सुविधाएं देने के लिए स्वास्थ विभाग द्वारा तैयारी की गई है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए एक बार फिर से नई गाइडलाइंस तैयार की गई है.
आयुष्मान लाभार्थियों की कराई जा रही है पहचान
आयुष्मान के मरीजों को बेहतर सुख सुविधाएं देने की तैयारियां की गई है. आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को अधिक से अधिक सरकारी चिकित्सालयों की तरफ आकर्षित करने के लिए चिकित्सालय में भर्ती होने वाले रोगियों में से आयुष्मान लाभार्थियों की पहचान की जा रही है. इसका उद्देश्य की पूर्ण करने हेतु चिकित्सा स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग के अधीन आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध विभिन्न चिकित्सालयों को निर्देश दिए गए हैं. गाइडलाइंस में मरीजों के बेहतर चिकित्सा देने के लिए कहा गया है.
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आयुष्मान लाभार्थियों के लिए अलग से काउंटर
साथ ही ओपीडी में पर्चा बनाने के लिए एक अलग से काउंटर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के लाभार्थियों के लिए उपलब्ध कराया जा रहे है. ताकि आयुष्मान लाभार्थियों को रोजाना चिकित्सालयों में आने वाले परेशान न हो. इसके साथ-साथ काउंटर गोल्डन और कार्ड प्लास्टिक कार्ड दिखाने पर प्राथमिकता से निर्गत होगा. अगर लाभार्थी के पास गोल्डन कार्ड नहीं है तो उसे तत्काल गोल्डन कार्ड के साथ चिकित्सालयों में विभिन्न प्रकार की जांचों को वरीयता दी जाएगी. लाभार्थियों के लिए अलग से स्थापित करने के लिए भी योजना लाई गई है, जिसके लिए भी बजट निर्धारित किया गया है.
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