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लखनऊ: जागरूकता का हो रहा जनता पर असर, सड़क दुर्घटनाओं में आ रही कमी - सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम

राजधानी लखनऊ में सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े नियम कानून के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम का लाभ परिवहन विभाग को मिलने लगा है. इसका नतीजा यह हो रहा है कि लोगों की मौतों के आंकड़ों में कमी आई है. दुर्घटनाओं में छह लोगों की मौत पिछले माह की तुलना में कम हुई है. प्रदेश में यह आंकड़ा 7.81 फीसद है.

जागरूकता का हो रहा है जनता पर असर.
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Published : Oct 15, 2019, 11:40 AM IST

लखनऊ: परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है और इसकी थीम है 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा'. राजधानी के एक निजी स्कूल में परिवहन विभाग ने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ही यातायात विभाग, पर्यावरणविद, हीरो मोटर कॉर्प के साथ ही भारतीय जनता पार्टी से विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने भी हिस्सा लिया.

14 अक्टूबर से शुरू है सड़क सुरक्षा सप्ताह
14 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह का सोमवार से शुभारंभ हो गया. इस सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम से और जुर्माने का डंडा चला कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाएगा. परिवहन विभाग ने सोमवार को पहले दिन चालकों के साथ ही छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया.

हर घंटे 18 लोग गंवा रहे जान
इस मौके पर मुख्य अतिथि पश्चिमी क्षेत्र के विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने कहा कि देश भर में हर घंटे 18 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रहे हैं. सभी के लिए यह चिंता का विषय है. इसकी रोकथाम के लिए विभाग ही नहीं आम जनमानक को भी आगे आना पड़ेगा. ऐसे में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना वसूला जाए और आम जनता के बीच जागरूकता फैलाई जाए, जिससे सड़क पर होने वाले हादसों को कम किया जा सके.

परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा सप्ताह.

एसपी ट्रैफिक ने बच्चों को दी जानकारी
एसपी ट्रैफिक पूर्णेन्दु सिंह ने कहा कि बेसिक एजुकेशन के पैटर्न में अब ट्रैफिक और रोड सेफ्टी का पूरा एक चैप्टर होना चाहिए. जिसका अध्ययन-अध्यापन स्कूलों में नियमित ढंग से होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यदि शहर के किसी भी स्कूल में ऐसा पाठ्यक्रम शुरू हो तो खुद अपनी टीम के साथ बच्चों को पढ़ाने के लिए समय निकाल सकते हैं. बातों-बातों में एसपी ट्रैफिक ने सभागार में मौजूद स्कूली बच्चों को ट्रैफिक से जुड़ी कई रोचक जानकारियां दीं.

ये भी पढ़ें- लखनऊ: 60 की उम्र में कोरिया कार्सिनोमा कैंसर का सफल ऑपरेशन

एसपी ने बताए पांच ई शब्द के मायने
उन्होंने बच्चों को यातायात में पांच ई शब्द के मायने बताये. पहला ई-इनैक्टमेंट...यानि कोई नियम-कायदा बनना, दूसरा ई-इनफोर्समेंट...पुलिस, परिवहन व कोर्ट द्वारा कार्रवाई, तीसरा ई-इंजीनियरिंग...रोड इंजीनियर्स और विभिन्न संस्थाओं द्वारा सड़क निर्माण, चौथा ई-एजुकेशन...जन-जन के बीच जागरुकता और पांचवा ई-इनवॉयरनमेंट...मतलब जिस माहौल या वातावरण में यातायात नियमों का अधिक से अधिक अनुपालन किया जाए.

10 लोगों को जागरूक करने का लें संकल्प
लखनऊ क्षेत्र के उप परिवहन आयुक्त अनिल मिश्रा ने कहा कि जागरूकता सड़क हादसे रोकने के लिए बेहतर उपाय है. आम जनता को संकल्प लेना चाहिए कि हर दिन कम से कम 10 लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगे, जिससे सड़क हादसे में कमी लाई जा सके. महंत देव्या गिरी ने भी सभी से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की. साथ ही कहा कि नियम आपकी जान की सुरक्षा के लिए ही बने हैं. ऐसे में अपनी जान की सुरक्षा करने के लिए नियमों का पालन जरूर करें.

लखनऊ: परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है और इसकी थीम है 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा'. राजधानी के एक निजी स्कूल में परिवहन विभाग ने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ही यातायात विभाग, पर्यावरणविद, हीरो मोटर कॉर्प के साथ ही भारतीय जनता पार्टी से विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने भी हिस्सा लिया.

14 अक्टूबर से शुरू है सड़क सुरक्षा सप्ताह
14 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह का सोमवार से शुभारंभ हो गया. इस सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम से और जुर्माने का डंडा चला कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाएगा. परिवहन विभाग ने सोमवार को पहले दिन चालकों के साथ ही छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया.

हर घंटे 18 लोग गंवा रहे जान
इस मौके पर मुख्य अतिथि पश्चिमी क्षेत्र के विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने कहा कि देश भर में हर घंटे 18 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रहे हैं. सभी के लिए यह चिंता का विषय है. इसकी रोकथाम के लिए विभाग ही नहीं आम जनमानक को भी आगे आना पड़ेगा. ऐसे में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना वसूला जाए और आम जनता के बीच जागरूकता फैलाई जाए, जिससे सड़क पर होने वाले हादसों को कम किया जा सके.

परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा सप्ताह.

एसपी ट्रैफिक ने बच्चों को दी जानकारी
एसपी ट्रैफिक पूर्णेन्दु सिंह ने कहा कि बेसिक एजुकेशन के पैटर्न में अब ट्रैफिक और रोड सेफ्टी का पूरा एक चैप्टर होना चाहिए. जिसका अध्ययन-अध्यापन स्कूलों में नियमित ढंग से होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यदि शहर के किसी भी स्कूल में ऐसा पाठ्यक्रम शुरू हो तो खुद अपनी टीम के साथ बच्चों को पढ़ाने के लिए समय निकाल सकते हैं. बातों-बातों में एसपी ट्रैफिक ने सभागार में मौजूद स्कूली बच्चों को ट्रैफिक से जुड़ी कई रोचक जानकारियां दीं.

ये भी पढ़ें- लखनऊ: 60 की उम्र में कोरिया कार्सिनोमा कैंसर का सफल ऑपरेशन

एसपी ने बताए पांच ई शब्द के मायने
उन्होंने बच्चों को यातायात में पांच ई शब्द के मायने बताये. पहला ई-इनैक्टमेंट...यानि कोई नियम-कायदा बनना, दूसरा ई-इनफोर्समेंट...पुलिस, परिवहन व कोर्ट द्वारा कार्रवाई, तीसरा ई-इंजीनियरिंग...रोड इंजीनियर्स और विभिन्न संस्थाओं द्वारा सड़क निर्माण, चौथा ई-एजुकेशन...जन-जन के बीच जागरुकता और पांचवा ई-इनवॉयरनमेंट...मतलब जिस माहौल या वातावरण में यातायात नियमों का अधिक से अधिक अनुपालन किया जाए.

10 लोगों को जागरूक करने का लें संकल्प
लखनऊ क्षेत्र के उप परिवहन आयुक्त अनिल मिश्रा ने कहा कि जागरूकता सड़क हादसे रोकने के लिए बेहतर उपाय है. आम जनता को संकल्प लेना चाहिए कि हर दिन कम से कम 10 लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगे, जिससे सड़क हादसे में कमी लाई जा सके. महंत देव्या गिरी ने भी सभी से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की. साथ ही कहा कि नियम आपकी जान की सुरक्षा के लिए ही बने हैं. ऐसे में अपनी जान की सुरक्षा करने के लिए नियमों का पालन जरूर करें.

Intro:जागरूकता का हो रहा है जनता पर असर, दुर्घटनाओं में आ रही है कमी

लखनऊ.। धीरे-धीरे ही सही लेकर सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग जो बजट खर्च कर रहा है उसका जनता पर असर भी हो रहा है। कड़े नियम कानून के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम का लाभ परिवहन विभाग को मिलने लगा है। जिस थीम 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा' पर परिवहन विभाग जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है उससे लोग जागरूक हो रहे हैं और नियमों का पालन करने लगे हैं।इसका नतीजा यह हो रहा है कि लोगों की मौतों के आंकड़ों में कमी आई है। पिछले माह का दुर्घटनाओं का लखनऊ का जो आंकड़ा सामने आया है परिवहन विभाग के लिए राहत भरी सांस लेकर आया है। दुर्घटनाओं में छह लोगों की मौत पिछले माह की तुलना में कम हुई है, वही प्रदेश में यह आंकड़ा 7.81 फीसद है। एक बार फिर आज से परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू हुआ है और इसकी थीम वही है 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा' राजधानी के एक निजी स्कूल में परिवहन विभाग ने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ही यातायात विभाग, पर्यावरणविद, हीरो मोटर कॉर्प के साथ ही भारतीय जनता पार्टी से विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने भी हिस्सा लिया।





Body:14 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह का सोमवार से शुभारंभ हो गया। इस सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम से और जुर्माने का डंडा चला कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाएगा। परिवहन विभाग ने सोमवार को पहले दिन चालकों के साथ ही छात्र-छात्रओ को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पश्चिमी क्षेत्र के विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने कहा कि देश भर में हर घंटे 18 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रहे है। सभी के लिए यह चिंता का विषय है। इसके रोकथाम के लिए विभाग ही नहीं आम जनमानक को भी आगे आना पड़ेगा। ऐसे में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना वसूला जाए और आम जनता के बीच जागरूकता फैलाई जाए जिससे सड़क पर होने वाले हादसों को कम किया जा सके। एसपी ट्रैफिक पूर्णेन्दु सिंह  ने कहा कि बेसिक एजुकेशन के पैटर्न में अब ट्रैफिक व रोड सेफ्टी का पूरा एक चैप्टर होना चाहिये, जिसका अध्ययन-अध्यापन स्कूलों में नियमित ढंग से होना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शहर के किसी भी स्कूल में ऐसा पाठ्यक्रम शुरू हो तो खुद अपनी टीम के साथ बच्चों को पढ़ाने के लिये समय निकाल सकते हैं। बातों-बातों में एसपी टैफिक ने सभागार में मौजूद स्कूली बच्चों को टैफिक से जुड़ी कई रोचक जानकारियां दी।


उन्होंने बच्चों को यातायात में पांच ई शब्द के मायने बताये। पहला ई-इनैक्टमेंट...यानि कोई नियम-कायदा बनना, दूसरा ई-इनफोर्समेंट...पुलिस, परिवहन व कोर्ट द्वारा कार्रवाई, तीसरा ई-इंजीनियरिंग...रोड इंजीनियर्स और विभिन्न संस्थाओं द्वारा सड़क निर्माण, चौथा ई-एजुकेशन...जन-जन के बीच जागरुकता और पांचवा ई-इनवॉयरनमेंट...मतलब जिस माहौल या वातावरण में यातायात नियमों का अधिक से अधिक अनुपालन किया जाये। लखनऊ क्षेत्र के उप परिवहन आयुक्त अनिल मिश्रा ने कहा कि जागरूकता सड़क हादसे रोकने के लिए बेहतर उपाय है। आम जनता को संकल्प लेना चाहिए कि हर दिन कम से कम 10 लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगे जिससे सड़क हादसे में कमी लाई जा सके। महंत देव्या गिरी ने भी सभी से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की साथ ही कहा कि नियम आपकी जान की सुरक्षा के लिए ही बने हैं ऐसे में अपनी जान की सुरक्षा करने के लिए ही नियमों का पालन जरूर करें।

बाइट: पूर्णेन्दु सिंह, एसपी ट्रैफिक
बाइट: अनिल मिश्रा, उप परिवहन आयुक्त
बाइट: महंत देव्या गिरी






Conclusion:कार्यक्रम का संचालन एआरटीओ प्रशासन ट्रांसगोमती अंकिता शुक्ला ने किया । इस दौरान कार्यशाला में महंत देव्यागिरी सहित परिवहन विभाग के डीटीसी एके मिश्र, आरटीओ रामफेर द्विवेदी, आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन संजीव गुप्ता और पीटीओ आशुतोष उपाध्याय व रवि त्यागी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


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