लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बाल श्रम दिवस के अवसर पर शुक्रवार को पुलिस की ओर से बाल संसद का आयोजन किया गया. जिसमें गरीब बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया. ट्रांसपोर्ट नगर में आयोजित बाल संसद में पुलिस दंपत्ति इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा और रीना पांडे द्वारा कच्ची बस्तियों में रहने वाले गरीब और मजदूर परिवारों के बच्चों को बाल मजदूरी के प्रति जागरूक किया और उन्हें कॉपी- किताबें देकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया.
बाल श्रम नियमों की जानकारी देते हुए सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा ने कहा कि कुछ पैसों के लिए बच्चों के बचपन को अनदेखा करके 14 साल से कम उम्र में उनसे मजदूरी करार उनका शोषण करना दंडनीय अपराध है. उन्होंने बच्चों के अभिभावकों को समझाया कि बच्चों के कंधों पर मजदूरी की जिम्मेदारी ना डालें. उन्हें स्कूल भेजकर पढ़ा-लिखा कर आगे बढ़ने का अवसर दें. इस अवसर पर पुलिस दंपत्ति ने बच्चों को मास्क, साबुन, कॉपी, पेंसिल बिस्किट आदि वितरित की.
कोरोना के प्रति जागरूक
ट्रांसपोर्ट नगर के आस-पास की बस्तियों में रहने वाले लोगों को पुलिस दंपत्ति ने कोरोना के प्रति जागरूक किया. उन्होंने लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने की अपील की. अनूप मिश्रा ने बताया कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. खानपान सही कर और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हम कोरोना से जीत सकते हैं. उन्होंने लोगों को कोरोना से बचाव के लिए नियमित योग करने और गर्म पानी पीने, साफ-सफाई रखने की भी सलाह दी.