लखनऊ: इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के अधिवक्ताओं के क्लर्कों के लिए अवध बार एसोसिएशन ने एक सहायता योजना शुरू की है, जिसके तहत क्लर्कों को गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए 50 हजार व मौत हो जाने पर उनके वारिसों को दो लाख रुपये की मदद की जाएगी. इसी प्रकार बार एसोसिएशन ने अपने स्टाफ के लिए भी ऐसी ही एक अन्य सहायता योजना की शुरूआत की है.
अवध बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद मणि त्रिपाठी ने बताया कि शपथ पत्र पर डिजिटल फोटो लगाने की शुरूआत इसी वर्ष हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में की गई है, जिसका शुल्क 70 रुपये लिया जाता है. उन्होंने बताया कि इस धनराशि में से पांच-पांच रुपये अधिवक्ताओं के क्लर्कों व बार के स्टाफ के लिए बनाई गई योजना में दिए जा रहे हैं. योजनाओं का नाम एडवोकेट क्लर्क एसोसिएशन हेल्प इन डिस्ट्रेस योजना, 2019 व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन एम्प्लाइज हेल्प इन डिस्ट्रेस योजना, 2019 है.
अवध बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि प्रतिवर्ष 9 से 10 लाख रुपये तक का योगदान बार की ओर से इन दोनों योजनाओं के लिए दिया जाएगा. योजना का लाभ अप्रैल 2020 से मिलने लगेगा. वहीं बार अध्यक्ष की ओर से यह भी जानकारी दी गई कि अधिवक्ताओं के 500 नए चैम्बर लगभग बनकर तैयार हैं, जल्द ही इनका आवंटन भी शुरू होगा. साथ ही जो चैम्बर बनकर तैयार हो चुके हैं, उनमें एयर कंडीशन की व्यवस्था भी जल्द की जाएगी.
आनंद मणि त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से बार को एक करोड़ रुपये सांसद निधि से प्रदान किए जाने का आश्वासन प्राप्त हुआ है, जिससे बार की लाइब्रेरी का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा. वार्ता के दौरान बार के संयुक्त सचिव रिषभ त्रिपाठी, विजय अस्थाना व अनगद विश्वकर्मा भी मौजूद रहे.