लखनऊ : मशहूर साहित्यकार शंकर सुल्तानपुरी का सोमवार सुबह लखनऊ के लोहिया अस्पताल में निधन हो गया. वह बाल साहित्यकार के रूप में प्रसिद्ध थे. उनकी रचनाएं आज भी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई जाती हैं. उन्होंने करीब 500 से ज्यादा किताबें लिखी. साथ ही कई बेहतरीन कविताओं की रचना भी की.
दरअसल, बाल साहित्य में खासी पहचान रखने वाले बाल साहित्यकार और कवि शंकर सुल्तानपुरी का सोमवार सुबह को लंबी बीमारी के बाद राजधानी लखनऊ के लोहिया अस्पताल में निधन हो गया. शंकर सुल्तानपुरी ने करीब 500 से ज्यादा किताबें लिखी और सभी विधाओं में उन्होंने महारथ भी हासिल किया.
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कवि शंकर सुल्तानपुरी ने लघु कहानियों के साथ-साथ कई बेहतरीन कविताएं भी लिखी. कथाकार के रूप में शंकर सुल्तानपुरी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने तपस्वी भारत, बनदेवी का बेटा, खिलौने वाली, दुख भंजन की शोध यात्रा, महाकवि मंजुनू आदि प्रमुख पुस्तकें लिखी हैं. शंकर सुल्तानपुरी के निधन पर शहर के वरिष्ठ कवियों एवं साहित्यकारों ने शोक व्यक्त किया.