लखनऊ : कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पद संभालते ही 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अभी से पटकथा लिखना शुरू कर दिया है. वह लगातार प्रदेश में कांग्रेस को किस तरह से मजबूत किया जाए इसके लिए रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अजय राय पर दांव लगाकर एक बड़ा सियासी संकेत देने की कोशिश की है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी ने अजय राय को कमान देकर भूमिहार के साथ ही अपरकास्ट के वोटों को भी साधने की कोशिश की गई है. कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अजय राय भी अलग कमान के उम्मीद पर खड़े उतारने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. पार्टी नेताओं का कहना है कि बीते दिनों में कांग्रेस को छोड़ चुके पुराने नेताओं की वापसी अब शुरू होने वाली है. जिसमें सबसे बड़ा नाम बनारस के औरंगाबाद हाउस से जुड़े परिवार का है.
पूर्वांचल का बड़ा ब्राह्मण चेहरा रहा है त्रिपाठी परिवार
अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने पूर्वांचल में बड़ा खेल करने की कोशिश की है. अब इसी कड़ी में पूर्वांचल में प्रमुख ब्राह्मण चेहरा रहे ललितेश पति त्रिपाठी को भी पार्टी अब अपने खेमे में करना चाह रही है. नए प्रदेश अध्यक्ष ने ललितेश पति त्रिपाठी को लेकर जो बयान दिया है उसे तो यही संकेत मिल रहे हैं कि उनकी लिए पार्टी का रुख अब बदल गया है. नए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ललितेश पति त्रिपाठी कांग्रेस जल्द ही कुछ फैसला ले सकती है. ललितेश पाटिल त्रिपाठी प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं. कांग्रेस का हाथ छोड़ चुके बीते दिनों ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में चले गए थे, पर अभी उनकी राजनीति सक्रियता को देखते हुए यह प्रयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.